नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज अपराह्न 3 बजे राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो-कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बैठक करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक ट्वीट में कहा है कि ‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज दोपहर 3 बजे राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो-कॉन्फ्रेंस के माध्यम से 5 वीं बार बैठक करेंगे। देश में चल रहे कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम के लिए देशव्यापी लॉक डाउन को लेकर या बैठक बेहद अहम होने वाली है। प्रधानमंत्री देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ लॉक डाउन के स्वरूप को लेकर चर्चा कर सकते हैं जबकि कई राज्यों में संक्रमण की बढ़ती रफ्तार को लेकर भी मुख्यमंत्रियों से सुझाव मांग सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि लॉक डाउन के दूसरे चरण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के नाम अपने संबोधन में गत 20 अप्रैल से ऑरेंज जोन और ग्रीन जोन में व्यावसायिक एवं औद्योगिक गतिविधियां शुरू करने के लिए कुछ ढील देने की बात की थी। इस संबंध में केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से गाइडलाइन जारी की गई और उसका पालन सभी राज्यों ने करना शुरू कर दिया है। नतीजतन रेड जोन में भी अब कंटेनमेंट एरिया को छोड़कर सभी प्रकार की गतिविधियां शुरू करने की अनुमति दी जा रही है। दूसरी तरफ देश में संक्रमित नए लोगों की संख्या भी तेज गति से बढ़ने लगी है। पिछले दिनों लगभग 3500 तक प्रतिदिन नए मामले सामने आ रहे थे जबकि रविवार को 24 घंटे के दौरान 1 दिन में सर्वाधिक 4296 नए पॉजिटिव केस मिले हैं।
ऐसी स्थिति में या देखना बेहद अहम होगा कि प्रधानमंत्री और देश के राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ होने वाली आज की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग बैठक में क्या निर्णय लिया जाता है। लोग उम्मीद जता रहे हैं कि लॉक डाउन का तीसरा फेस मई के मध्य में समाप्त होने को है इसको लेकर प्रधानमंत्री आज कुछ संकेत दे सकते हैं लेकिन यह बहुत कुछ राज्यों के मुख्यमंत्रियों के सुझाव पर भी निर्भर करेगा। महाराष्ट्र गुजरात राजस्थान तमिलनाडु बिहार दिल्ली कर्नाटक आंध्र प्रदेश और हरियाणा में भी लगातार नए पॉजिटिव केस मिल रहे हैं।
इस स्थिति में नॉक डाउन को समाप्त करना खतरनाक भी साबित हो सकता है। हालांकि प्रधानमंत्री आज की बैठक मैं देश के बड़े विशेषज्ञों के साथ हुई उनकी चर्चा के आधार पर कुछ तथ्य रखेंगे ऐसी उम्मीद है। उल्लेखनीय है कि 2 दिन पूर्व विशेषज्ञों की समिति के अहम सदस्य एम्स नई दिल्ली अस्पताल के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया ने मीडिया से बातचीत में यह साफ कर दिया है कि आने वाला समय कोविड-19 संक्रमण की दृष्टि से भारत के लिए बहुत दुखदाई भी हो सकता है। उन्होंने कहा है कि अब तक के प्राप्त आंकड़े से संकेत मिल रहे हैं कि इस संक्रमण की दृष्टि से जून और जुलाई का महीना चरम स्थिति हो सकते हैं। उनका इशारा साफ है की जून और जुलाई के दौरान भारत में सर्वाधिक लोग इस महामारी के शिकार हो सकते हैं। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के लिए क्या निर्णय लेंगे इस पर देश का भविष्य बहुत कुछ निर्भर करेगा।
महाराष्ट्र सहित कई ऐसे राज जी भी हैं जहां लगातार बड़ी संख्या में पॉजिटिव मामले आ रहे हैं इसलिए उन राज्यों की मुख्यमंत्री संभवतया लॉक डाउन को और आगे बढ़ाने के पक्ष में अपना सुझाव दे सकते हैं।