लखनऊ, 09 मई । उत्तर प्रदेश में फिलहाल कोरोना के 1800 एक्टिव पेशेंट हैं, जिनका राज्य के अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है। प्रमुख स्वास्थ्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने शनिवार को बताया कि उत्तर प्रदेश में रिकवरी रेट देश के रिवकरी रेट से काफी अच्छा है और यह हमारे लिए संतोष की बात है। उन्होंने कहा कि अभी तक 1399 कोविड-19 मरीज इलाज के बाद स्वस्थ होकर अस्पताल से डिस्चार्ज हो चुके हैं।
अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि देश में कोरोना मरीजों की रिकवरी रेट 30 प्रतिशत है जबकि यूपी में यह दर 43 प्रतिशत के आसपास है। उन्होंने कहा कि राज्य में कल 4525 सैंपल की टेस्टिंग की गई। वहीं 334 पूल टेस्टिंग भी हुई, जिसमें से 25 पॉजिटिव पाए गए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अभी तक 1 लाख 24 हजार से ज्यादा कोरोना सैंपल की जांच हो चुकी है। प्रत्येक दिन जांच का नंबर बढ़ भी रहा है।
प्रमुख स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि प्रदेश में कोरोना के लिए त्रिस्तरीय मेडिकल सुविधा की व्यवस्था की है। राज्य में अभी तक 53459 बेड्स कोरोना मरीजों के लिए उपलब्ध हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि अगर इतने मरीज होते हैं तो हमारे पास उनके इलाज के लिए पर्याप्त व्यवस्था है। ये बेड्स सरकारी, प्राइवेट और कोविड-19 के समर्पित अस्पतालों में हैं।
उन्होंने कहा कि प्रवासी श्रमिक और विदेशों से लोग राज्य में आ रहे हैं। सरकार उन्हें क्वारंटाइन कर रही है। मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे अपना सामाजिक दायित्व समझें और क्वारंटाइन में रहें। इससे वे खुद और समाज दोनों को सुरक्षित करने में मददगार होंगे। उन्होंने कहा कि इस समय ग्राम सभा और अन्य संस्थाओं को ज्यादा सक्रियता से काम करने की जरूरत है। अमित मोहन प्रसाद ने एक बार फिर दोहराया कि लोग लगातार हाथ धोते रहें और बाहर जाने पर मास्क का प्रयोग करने के साथ ही दो गज दूरी का पालन करें।