हरियाणा वीरों की धरा है : प्रो0 रामबिलास शर्मा

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भिवानी। हरियाणा के पूर्व शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने सशस्त्र सेना झंडा दिवस के अवसर पर कहा कि आज का दिन जांबाज सैनिकों व उनके परिजनों के प्रति नागरिक एकजुटता प्रदर्शित करने का दिन है, अत: हर एक नागरिक का कर्तव्य है कि वे सैनिकों के सम्मान व उनके कल्याण में अपना योगदान दें।

उन्होंने कहा कि हरियाणा वीरों की धरा है। देश की सरहदों की रक्षा में डटा हर दसवां सैनिक हरियाणा से है। हरियाणा के युवाओं में शस्त्र सेनाओं के प्रति जज्बा है। उन्होंने कहा कि भौगोलिक दृष्टि से हरियाणा देश का 1.37 प्रतिशत तथा जनसंख्या की दृष्टि से 2 प्रतिशत से कम प्रतिनिधित्व करने के बावजूद भी देश की सशस्त्र सेनाओं में दस प्रतिशत का योगदान दे रहा है। उन्होंने कहा कि सैनिकों का सम्मान करना हमारा कर्तव्य है।

श्री शर्मा ने कहा कि पूर्व सैनिकों की लंबित वन रैंक वन पेंशन की मांग को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने सुलझाया है। उन्होंने जानकारी दी कि सशस्त्र झंडा दिवस हर साल 7 दिसंबर को पूरे देश में मनाया जाता है। खासतौर से भारत की तीनों सेनाओं में यह दिन विशेष रूप से मनाया जाता है। उन्होंने बताया कि 7 दिसंबर 1949 सेे युद्ध दिग्गजों और उनके परिजनों के कल्याण के लिए सात दिसंबर को झंडा दिवस मनाने का फैसला लिया गया। तय किया गया कि यह दिन सैनिकों चाहे वो पैदल सेना के जांबाज हो या फिर नेवी व एयरफोर्स के, यह उनके प्रति सम्मान प्रदर्शित करने का दिन होगा। बस तभी से सात दिसंबर को हम अपने सैनिकों की सेवा को याद करते हुए इस दिन को मनाते है।इस अवसर पर रीतिक वधवा, नवीन कौशिक, नवीन वशिष्ठ, रमेश चौधरी, पंकज शर्मा, दीपक कुमार, संदीप कुमार, मनीष हालवासिया सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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