लखनऊ। लोकसभा चुनावों के परिणामों के बाद सपा और बसपा का महागठबंधन टूट चुका है। गठबंधन तोड़ने के बाद रविवार को बसपा सुप्रीम मायावती ने पहली बार अखिलेश यादव पर सीधा हमला बोला है। उन्होंने अखिलेश यादव पर एक के बाद एक कई बड़े आरोप लगाए। यही नहीं मायावती ने चुनाव खत्म होने के बाद अखिलेश द्वारा कोई फोन नहीं करने पर भी कड़ा एतराज जताया। मायवती ने कहा कि एसपी के लोगों ने चुनाव में धोखा दिया कई जगहों पर बीएसपी को एसपी के नेताओं ने हराने का काम किया है।
रविवार को लखनऊ में रविवार को बीएसपी की बैठक हुई थी। इस बैठक में पार्टी को लेकर कई बड़े बदलाव किए गए। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, इस बैठक में मायावती करीब 25 मिनट तक बोलीं। मायावती ने आरोप लगाया कि, अखिलेश नहीं चाहते थे कि लोकसभा चुनाव में मुस्लिमों को अधिक टिकट दिए जाएं। उन्हें डर था कि इससे वोटों का ध्रुवीकरण होगा, जबकि वह चाहती थी कि अधिक टिकट दिए जाएं।
मायावती ने कहा कि, मतगणना वाले दिन मैंने उन्हें फोन किया लेकिन लेकिन उनका कोई जवाब नहीं आया। सतीश मिश्रा ने उनसे कहा कि वे मुझे फोन कर लें, लेकिन फिर भी उन्होंने फोन नहीं किया। मैंने बड़े होने का फर्ज निभाया और मतगणना के दिन 23 तारीख को उन्हें फोन कर उनकी पत्नी डिंपल यादव और परिवार के अन्य लोगों के हारने पर अफसोस जताया। 3 जून को जब दिल्ली की मीटिंग में गठबंधन तोड़ने की बात हुई तब भी उन्होंने मिश्रा जी को फोन किया लेकिन मुझसे कोई बात नहीं की।