प्रचार के अंतिम दिन कैप्टन यादव ने रेवाड़ी में रोड़ शो कर किया शक्ति प्रदर्शन

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रोड शो में उमड़ी हजारों की भीड़, लोगों ने बढ़-चढ़कर किया समर्थन
बीएसएफ से बर्खास्त जवान तेज बहादुर सिंह भी पहुंचे कैप्टन यादव को समर्थन देने
 
प्रचार के अंतिम दिन कैप्टन यादव ने रेवाड़ी में रोड़ शो कर किया शक्ति प्रदर्शन 2गुरूग्राम : गुरूग्राम लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी कैप्टन अजय सिंह यादव ने चुनाव अभियान के अंतिम दिन रेवाड़ी के अग्रसेन चैक से रेलवे रोड लाजपत राय चैक तक रोड़ शो निकालकर शक्ति प्रदर्शन किया और लोगों से कांग्रेस के पक्ष में मतदान की अपील की।
इस दौरान उनके समर्थन में रेवाड़ी में जनसैलाब उमड़ पड़ा। कैप्टन यादव को रास्ते में फूल-मालाओं से स्वागत किया गया। हर वर्ग, समाज और हर बिरादरी के लोगों ने रोड़ शो में शामिल होकर उनका समर्थन किया। 
 
इस अवसर पर बोलते हुए कैप्टन यादव ने कहा कि पूरा रेवाड़ी उनका परिवार है और उनकी राजनीति करियर में रेवाड़ी के लोगों को महत्वपूर्ण योगदान रहा है। कैप्टन यादव ने कहा कि जिस तरह रेवाड़ी की लोगों ने उन्हें छह बार जीताकर विधानसभा पहुंचाया, उसी तरह रेवाड़ी के लोगों के समर्थन और सहयोग से उनका संसद में पहुंचना तय होगा। कैप्टन यादव ने कहा कि भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों से आज समाज का हर वर्ग नाराज है और 12 मई को जनता भाजपा सरकार को सत्ता से बाहर करने के लिए वोट करेगी।
 
कैप्टन अजय सिंह यादव के समर्थन में आगे आने वाले लोगों में बीएसएफ से बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव का नाम भी जुड़ गया है। वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को चुनाव लड़ने की चुनौति देने वाले तेज बहादुर कैप्टन यादव से मिलकर उन्हें अपना समर्थन दिया।
तेज बहादुर ने कहा कि वे प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ना चाहते थे लेकिन उनका नामांकन रद करवाया दिया गया। पहले उन्हें सेना से बर्खास्त करवाया गया और अब उन्हें चुनाव लड़ने से रोका गया। 
 
नामांकन रद होने के कारण मोदी के खिलाफ चुनाव न लड़ पाने पर तेज बहादुर यादव ने दुख जताते हुए कहा कि मैंने बीएसएफ में रहते हुए उसी बारे में आवाज बुलंद की, जिसे मैंने गलत पाया। मैंने न्याय की उस आवाज को बुलंद करने बनारस आने का फैसला किया था। अगर मेरे नामांकन में कोई समस्या थी तो निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में दाखिल दास्तावेज गलत थे तो उस समय मुझे इस बारे में क्यों नहीं बताया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी ने मुझे चुनाव लड़ने से रोकने के लिए तानाशाही कदम का सहारा लिया। यादव ने कहा कि मेरे दादा आजाद हिंद फौज के साथ थे। मैं एक किसान का बेटा हूं और एक जवान के रूप में सेवा की। इस देश में यदि किसान और फौजी चुनाव नहीं लड़ सकता तो कौन लड़ सकता है। उन्होंने कहा कि वे भाजपा सरकार की तानाशाही नीतियों के खिलाफ अपना संघर्ष जारी रखेंगे और इसलिए उन्होंने एक फौजी होने के नाते कैप्टन यादव को अपना समर्थन देने का निर्णय लिया है। उनकी जीत में उन्हें खुशी होगी। कैप्टन यादव ने तेज बहादुर का पगड़ी पहनाकर स्वागत किया और कहा कि उनका संघर्ष व्यर्थ नहीं जायेगा।

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