नई दिल्ली। नरेंद्र मोदी बुधवार को बतौर प्रधानमंत्री पहली बार अयोध्या जिले का दौरा करेंगे। हालांकि, वह हनुमानगढ़ी मंदिर या अस्थायी राम मंदिर नहीं जाएंगे। यह मसला स्थानीय लोगों के लिए हैरानी की वजह बन गया है और वे सवाल कर रहे हैं, ‘अयोध्या से मोदी की दूरी क्यों? अयोध्या मंदिर रैली स्थल से दूर नहीं है। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी तक हनुमानगढ़ी मंदिर में दर्शन करने आए थे।
हमें लगता है कि मोदी सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद ही अयोध्या के राम मंदिर में आना चाहते हैं।’ निर्वाणी अखाड़ा और राम जन्मभूमि मुकदमे के प्रमुख वादी धरमदास ने ईटी से कहा, ‘हम चाहेंगे कि प्रधानमंत्री मंदिर की आधारशिला रखें। मैं पहले ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से कह चुका हूं कि वह मोदी से इसकी गुजारिश करें।’ फैजाबाद में नाका हनुमानगढ़ी के महंत रामदास का कहना है कि प्रधानमंत्री को अयोध्या शहर में जरूर आना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘यह राममंदिर मुद्दे पर एक भरोसेमंद आश्वासन हो सकता है।’ मोदी बुधवार को रामपुर माया में रैली करेंगे, जो अयोध्या-अंबेडकरनगर जिले की सीमा पर एक छोटा सा शहर है। यहां से अयोध्या के विवादित ढांचे की दूरी महज 25 किलोमीटर है।