– स्मार्ट फोन में डाऊनलोड करें स्वच्छता एप
– स्वच्छता एप में सफाई, टॉयलेट तथा मृत पशुओं से संबंधित शिकायत की जा सकती है
– शिकायत का समाधान नहीं करने वाले अधिकारी/कर्मचारी पर होगी कार्रवाई
गुरूग्राम : स्वच्छता केवल घर और गली की सफाई तक ही सीमित नहीं रह गई है, बल्कि सार्वजनिक एवं सामुदायिक शौचालय में लाईट और पानी नहीं है, तब भी आप नगर निगम को स्वच्छता एप के माध्यम से सूचना दे सकते हैं। इसके अलावा, डस्टबिन से अगर कचरा ओवरफ्लो हो रहा है तब भी आप शिकायत कर सकते हैं।
इन शिकायतों का समाधान नगर निगम को 12 घंटे के अंदर करना होगा। अगर तय समयसीमा में शिकायत का समाधान नहीं किया जाता है, तो भारत सरकार स्वच्छता को लेकर अंक भी काट सकती है। गुरूग्राम नगर निगम द्वारा स्वच्छता मैप पहले से ही चलाया जा रहा है, लेकिन भारत सरकार के स्वच्छ भारत मिशन के तहत चल रही स्वच्छता एप में केवल स्वच्छता संबंधी शिकायत ही नहीं, बल्कि शहर को गंदगी से बचाने के लिए इसमें हर पहलू को शामिल किया गया है। स्वच्छता एप को स्मार्ट फोन में डाऊनलोड करके आप शहर को स्वच्छ बनाने में अपना योगदान दे सकते हैं। इस तरह के प्रयासों से लगातार शहर के लोगों को जागरूक किया जा रहा है। इससे एक ओर जहां स्वच्छता में सुधार आएगा, वहीं दूसरी ओर अधिकारियों को भी अधिक जिम्मेदारी से काम करना होगा।
स्मार्ट फोन में ऐसे करें डाऊनलोड : आप स्मार्ट फोन के प्ले स्टोर में जाकर स्वच्छता एप टाईप करें और एप्लीकेशन को डाऊनलोड करें। इसके बाद एप पर कुछ जानकारियां भरी जाएंगी। जिसके बाद आप शिकायत वाले स्थान की फोटो खींचकर शिकायत फाईल कर सकते हैं। फाईल की गई शिकायत भारत सरकार के शहरी स्वच्छता मंत्रालय के सर्वर पर जाएगी, फिर वहां से संबंधित नगर निगम के अधिकारियों को मिलेगी। अगर तय समय मे समाधान नहीं किया जाता है, तो स्वच्छता रैंकिंग पर इसका असर पड़ेगा और संबंधित अधिकारी/कर्मचारी पर भी कार्रवाई की जाएगी।
स्वच्छता एप से कर सकते हैं ये शिकायतें :
समस्या समाधान का समय
– टॉयलेट में बिजली ना होने पर 12 घंटे
– टॉयलेट में पानी ना होने पर 12 घंटे
– टॉयलेट साफ ना होने पर 12 घंटे
– डस्टबिन साफ ना होने पर 12 घंटे
– कचरा पड़ा होने पर 12 घंटे
– टॉयलेट में ब्लॉकेज 12 घंटे
– कचरा लेने वाली गाड़ी ना आने पर 12 घंटे
– सफाई कर्मचारी के ना आने पर 12 घंटे
– मृत जानवर पड़ा होने पर 48 घंटे
नगर निगम गुरूग्राम के आयुक्त यशपाल यादव के अनुसार सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को स्वच्छता एप अपने मोबाइल में डाऊनलोड करने के आदेश दिए गए हैं, ताकि प्राप्त होने वाली शिकायतों का समाधान निर्धारित समयसीमा में किया जा सके। इसके साथ ही नागरिकों से भी अनुरोध है कि वे अपने स्मार्ट फोन में स्वच्छता एप डाऊनलोड करके गंदगी, टॉयलेट तथा मृत पशुओं से संबंधित शिकायत एप के माध्यम से भेजें। स्वच्छता एप से स्वच्छ सर्वेक्षण में आने वाली रैंकिंग पर भी असर पड़ेगा, इसलिए स्वच्छता एप का इस्तेमाल करके अपने शहर को स्वच्छ बनाने तथा स्वच्छ सर्वेक्षण में बेहतरीन रैंक दिलवाने में नागरिक अपना योगदान दें।