केजरीवाल ने जाट आरक्षण के बहाने भाजपा नेतृत्व व प्रवेश वर्मा पर फेंका जाल, फर्जी वोट का मामला भी उठाया

Font Size

नई दिल्ली । आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज आयोजित प्रेस वार्ता में भारतीय जनता पार्टी नेतृत्व पर जाट आरक्षण जैसा राजनीतिक बम फोड़कर चुनावी बढ़त लेने की कोशिश की । उन्होंने इस नए राग से एक तरफ उनके प्रतिद्वंदी प्रवेश साहिब सिंह वर्मा को घेरने की कोशिश की तो दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को उनके किए वायदे याद दिलाकर जाट समाज की सहानुभूति हासिल करने का प्रयास किया।

पत्रकार वार्ता में एकतरफ उन्होंने दिल्ली में भाजपा सांसदों के घर से नए वोट बनवाने का मामला भी उठाया तो दूसरी तरफ पटपड़गंज विधानसभा क्षेत्र से आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी अवध ओझा के वोट ट्रांसफर नहीं करने के मुद्दे पर राज्य चुनाव आयुक्त पर भी निशाना साधा।

उल्लेखनीय है कि नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र से आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी अरविंद केजरीवाल से आज दिल्ली के जाट समाज के कुछ नेता मिलने पहुंचे थे। जाट नेताओं से मिलने के बाद अरविंद केजरीवाल ने पत्रकार वार्ता में बताया कि समाज के नेताओं ने उनकी इस बात के लिए सराहना की है कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिल्ली के जाट समाज को केंद्र सरकार की ओबीसी सूची में शामिल करने की मांग करते हुए पत्र लिखा है ।

श्री केजरीवाल ने बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वर्ष 2015 में जबकि केंद्रीय मंत्री अमित शाह द्वारा वर्ष 2017, 2019 और 2022 में दिल्ली के जाट समाज से इस संबंध में किए गए वायदे की याद दिलाई है। आप नेता ने कहा कि उन्होंने अपने पत्र में प्रधानमंत्री से दिल्ली के जाट समाज को केंद्रीय ओबीसी सूची में शामिल कर आरक्षण का लाभ दिलाने की मांग की है।

केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में केंद्र सरकार के संस्थानों में राजस्थान के जाट समाज को तो रिजर्वेशन मिलता है लेकिन दिल्ली के जाट समाज को दिल्ली में ही आरक्षण नहीं मिलता है क्योंकि उन्हें केंद्र की ओबीसी सूची में शामिल नहीं किया गया है।

उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी , एनडीएमसी , ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंस और दिल्ली डेवलपमेंट अथॉरिटी जैसे संस्थानों का जिक्र करते हुए कहा कि इनमें दिल्ली के जाट समाज के बच्चों को आरक्षण नहीं मिलता है। इसके लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि 2015 से लगातार भारतीय जनता पार्टी नेतृत्व जाट समाज को आश्वासन देता रहा लेकिन उस पर अमल नहीं किया गया।

पत्रकार वार्ता में अरविंद केजरीवाल ने पटपड़गंज विधानसभा क्षेत्र से आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी अवध ओझा का वोट संबंधित विधानसभा क्षेत्र में ट्रांसफर नहीं किए जाने का मामला भी उठाया। उन्होंने कहा कि इस विषय को वह चीफ इलेक्शन कमिशन आफ इंडिया के सामने भी उठाएंगे और उनसे इस संबंध में न्याय की मांग करेंगे। उन्होंने बताया कि आप प्रत्याशी अवध कुमार ओझा ने पहले फॉर्म 6 भरा वोट ट्रांसफर के लिए और फिर फॉर्म 8 भरा अपना नया वोट बनवाने के लिए। लेकिन दिल्ली की राज्य चुनाव आयुक्त ने पहले तो वोट बनवाने की अंतिम तिथि 7 जनवरी तय की थी जबकि अचानक ही 6 जनवरी अंतिम तिथि बताकर उनके आवेदन पर अमल करने से मना कर दिया ।उन्होंने कहा कि यह आश्चर्यजनक कदम है  । इसके लिए वह मुख्य चुनाव आयुक्त से न्याय की अपील करेंगे।

उन्होंने एक और मामले की चर्चा करते हुए आरोप लगाया कि दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी के कई सांसदों के घरों से 30 से 40 नए वोटरों को सूची में शामिल करने के लिए आवेदन दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि जब संबंधित क्षेत्र के रिटर्निंग ऑफिसर से जानकारी ली गई तो उन्होंने कहा कि उनके यहां बहुत सारे स्टाफ रहते हैं । इसलिए नए वोट बन सकते हैं । केजरीवाल ने कहा कि यह मामला गंभीर है और चुनाव परिणाम को प्रभावित करने वाला साबित हो सकता है । इसलिए वह इस मुद्दे को मुख्य चुनाव आयुक्त के समक्ष उठाएंगे और उनसे इस संबंध में न्याय संगत कदम उठाने की मांग करेंगे।

पूर्व मुख्यमंत्री दिल्ली ने यह कहते हुए आशंका जाहिर की कि इस वक्त सांसदों के घरों से नए वोट बनवाने के फॉर्म जमा करवाने के पीछे राजनीतिक सोच है। इसमें उन्होंने संबंधित क्षेत्र की रिटर्निंग ऑफिसर की मिली भगत होने का आरोप लगाया ।उन्होंने कहा कि इस तरह से चुनाव परिणाम को प्रभावित करने का प्रयास किया जा रहा है जो वह कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे।

केजरीवाल ने चुनौती दी कि भारतीय जनता पार्टी ने महाराष्ट्र और हरियाणा में इस तरह के अनर्गल हहकंडेअपना कर चुनाव परिणाम अपने हक में कर लिया लेकिन दिल्ली में ऐसा वह किसी भी कीमत पर नहीं होने देंगे।

Leave a Reply

You cannot copy content of this page