गुरुग्राम । गुरुग्राम-दिल्ली रोड पर स्थित सरहौल शनि मंदिर के सामने आज ईशान लॉजिस्टिक के ट्रोले में अचानक आग लग गई। यह घटना सुबह 6:35 बजे हुई जब ट्राला का ऊपरी भाग बिजली की तारों से सट गया। बिजली की तार आए छूते ही जोर से स्पार्किंग हुई और ट्राला में आग लग गई। यह घटना मारुति कंपनी के गेट न 2 के सामने हुई ।
आग लगते ही ट्राला के डाइवर ने कूद कर जान बचाई। इस आग में ट्रोले का अगला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है।
उल्लेखनीय है कि करीब 20 सालों से सड़कों का दर्जनों बार निर्माण हो चुका है। निर्माण के दौरान कभी भी इसके लुराने मलबे को नहीं हटाया जाता है। पुरानी बनी हुई सड़क पर ही दोबारा निर्माण कर दिया जाता है। जाहिर है इससे सड़कों की ऊंचाइयां पहले की अपेक्षा काफी बढ़ चुकी है। लेकिन बिजली विभाग ने अपने खम्बो की उचाइयां नहीं बढ़ाई । अधिकतर सड़कों में खंबे पुराने हैं और उन्हीं खंबों में तार बदल दिए जाते हैं। इसको लेकर बिजली विभाग और सड़क निर्माण करने वाली एजेंसी के बीच तालमेल नहीं है। न ही बिजली विभाग सरकार के समक्ष इस समस्या के बारे में रखते है । अगर उनकी ओर से सड़क निर्माण एजेंसी या विभाग के ध्यान में यह लाया जाए तो बिजली की तारों को ऊंचाई अपेक्षित तौर पर ठीक रहेंगी और इस प्रकार का हादसा भी नहीं होगा। लेकिन खम्बो से गई तारों की ऊंचाइयां नहीं बढ़ाये जाने से आये दिन इस प्रकार के जानलेवा हादसे होते रहते हैं।
हालांकि इस घटना में कोई जन हानि नहीं हुई और समय रहते आग पर काबू ला लिया गया। थोड़ी सी असावधानी से बड़ा हादसा हो सकता था क्योंकि यह घटना मारुति कंपनी गेट न 2 के ठीक सामने हुई है और समय भी बेहद नाजुक था जब मारुति से हजारों वर्कर शिफ्ट समाप्त होने पर आते और जाते हैं। बड़ी संख्या में यहां से वाहनों की आवाजाही भी होती है।