केरल में भीषण बाढ़ के कारण लाशों को कब्र तक नसीब नहीं, पादरी ने दान की जमीन

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नई दिल्ली। केरल में आई सदी की सबसे भीषण बाढ़ में अभी तक लगभग 400 लोगों की मौत हो गई जबकि लाखों लोग इससे प्रभावित हुए हैं। बाढ़ के कारण कई लोग बाढ़ प्रभावित राहत शिविरों में रहने को मजबूर है। बाढ़ से राज्य के पर्यटन उद्योग बुरी तरह प्रभावित हुआ है और बाढ़ में हजारों एकड़ खड़ी फसल तबाह हो गई है। राज्य में ऊंचाई वाले इडुक्की, मलप्पुरम, त्रिशूर और एर्नाकुलम जिले बाढ़ से सर्वाधिक प्रभावित हैं।

बाढ़ के कारण कई शव मॉर्च्युरी में पड़े हुए हैं, क्योंकि बाढ़ के कारण पानी भरा हुआ है जिस वजह से सूखी जमीन नहीं मिल पा रही है। बाढ़ प्रभावित केरल की मदद के लिए देश ही नहीं विदेशों से भी लोग आगे आए हैं। इस संकट की घड़ी में हर शख्स अपनी तरफ से बाढ़ पीड़ितों की मदद कर रहा है। कई राज्यों ने जहां अपनी तरफ से आर्थिक सहायता दी है वहीं देश के अलग-अलग कोनों से लोग मुख्यमंत्री राहत कोष में सहायता प्रदान कर रहे हैं।

इन सबके बीच दिल्ली के एक 49 वर्षीय पादरी कुरुविला कुलंजीकोंपिल सैमुएल ने केरल के थानामथिट्ठा स्थित अडूर में स्थित अपनी जमीन का एक चौथाई हिस्सा दान कर दिया है। सैमुएल ने यह हिस्सा इसलिए दान किया है ताकि बाढ़ में मारे गए लगों का अंतिम संस्कार यहां किया जा सके। टेलीग्राफ की रिपोर्ट के मुताबिक सैमुएल ने कहा कि यहां कोई भी धर्म का व्यक्ति अंतिम संस्कार कर सकता है।

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