अटल स्मृति के लिए हर गांव में लगाए वट वृक्ष, कार्यकर्ताओं से धनखड़ का आह्वान

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– झज्जर में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की स्मृति में श्रद्धांजलि सभा आयोजित

– भारत रत्न अटल बिहाारी वाजपेयी से जुड़े संस्मरणों को सुना भावुक हुए कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़

झज्जर, 19 अगस्त। हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने पूर्व प्रधानमंत्री एवं भारत रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेयी किसान और गांव के विकास का सच्चा हितैषी बताया। भारत में किसानों को क्रेडिट कार्ड देने, फसली ऋण के ब्याज को कम करने व प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना का श्रेय उन्हीं को जाता है। उन्होंने यह बात रविवार को झज्जर के धर्म पैलेस में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की स्मृति में आयोजित श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने सभा में उपस्थित कार्यकर्ताओं से स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की स्मृतियों को स्थाई बनाए रखने के लिए उनके नाम पर अपने-अपने गांव में एक वट वृक्ष लगाकर उसकी देखभाल करने का आह्वान भी किया।
श्री धनखड ने वाजपेयी जी के निधन को अपूर्णीय क्षति बताते हुए कहा कि वे एक युग दृष्टा राजनीतिज्ञ और सच्चे किसान हितैषी थे। भाजपा के संस्थापक के तौर पर उन्होंने स्वयं आदर्श बनकर दल की मर्यादा व गरिमा तय करते हुए लंबी राजनीतिक पारी खेली। उनके व्यक्तित्व की सबसे खास बात यह रही कि वे जीवन पर्यंत अजातशत्रु रहें। राजनीति में उनके विपक्षी तो रहें लेकिन विरोधी कोई नहीं हुआ। धनखड़ ने उनके साथ सांझा किए पलों को भी सभा में याद किया। उन्होंने किसानों के लिए क्रेडिट कार्ड प्रारम्भ किया। वर्तमान फसल बीमा योजना का विचार भी उनके युग में प्रारम्भ हुआ था। कृषि मंत्री ने स्व. वाजपेयी के हृदय में किसान प्रेम से जुड़ा एक संस्मरण भी कार्यकर्ताओं के साथ सांझा किया कि किस तरह उनकी मांग पर उन्होंने यूरिया के दाम कम कर दिए थे।
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ने स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के प्रधानमंत्री कार्यकाल की याद दिलाते हुए बताया कि कारगिल युद्ध के शहीदों का सम्मान हो या गांव-गांव सड़क पहुंचाने की योजना उन्होंने सदैव अविस्मरणीय कार्य किए। उन्हें पूर्व प्रधानमंत्री अटल वाजपेयी वाजपेयी के प्रधानमंत्री काल में वेंकैय्या नायडू जी की अध्यक्षता में पार्टी के राष्ट्रीय सचिव के रूप में, कार्य करने का मौक़ा मिला। इसलिए उन्हें निकट से सुनने का कई बार अवसर मिला। धनखड़ ने कहा कि मेरे अब तक के जीवन काल के वो सर्वश्रेष्ठ वक्ता थे। उनके भाषण मे कविता के समान ही सब रस होते थे। हरियाणा के राजनीतिज्ञों से जुड़े संस्मरण भी उन्होंने श्रद्धांजलि सभा के दौरान सांझा किए।
कृषि मंत्री ने कहा कि उनकी अधिकांश कविताएं उन्हीं को सम्बोधित है। हार नही मानूँगा – रार नही ठानूंगा। उनका खुद का नेतृत्व करती व्यक्त होती है। उनका आत्म नेतृत्व करते हुए, वो समष्टि का नेतृत्व करने लगती है । छोटे मन से कोई बड़ा नही होता – टूटे मन से कोई खड़ा नही होता। भले ही आज उनका शरीर नही रहा पर परंतु उनकी कविता व उद्बोधनों के रूप में उनका नेतृत्व शाश्वत रहेगा तथा सदियों तक पीढ़ीयों का मार्गदर्शन करता रहेगा। सभा के दौरानदो मिनट का मौन रख कर उपस्थित लोगों ने दिवंगत आत्मा की शांति की कामना भी की।
श्रद्धांजलि सभा में भाजपा के वरिष्ठ नेता वीर कुमार यादव, जिला अध्यक्ष बिजेंद्र दलाल, दिव्यांग जन आयोग के आयुक्त दिनेश शास्त्री, जिला परिषद के चेयरमैन परमजीत सौलधा, उपाध्यक्ष योगेश सिलानी, नपा अध्यक्ष कविता नंदवानी, विक्रम कादियान, मार्केट कमेटी बेरी के चेयरमैन मनीष शर्मा, डा. किरण कलकल, आनंद सागर, अनिल मातनहेल, सीमा दहिया, सुनीता चौहान, सुनीता धनखड़, बिजेंद्र मांडोठी, राय सिंह, नरेंद्र जाखड़, विकास बाल्मिकी, पितांबर शर्मा, विजय कौशिक, बिल्लू पहलवान, राजेश आर्य, रणबीर राठी, प्रकाश धनखड़, सुरेंद्र कड़ौधा, सुनील गुलिया, महेश कुमार, राजपाल शर्मा, माया देवी, तेजपाल लुहारी, अनिल शाहपुर, मोहन पाटौदा व विनोद भठेड़ा सहित अनेक कार्यकर्ता मौजूद रहे।

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