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नई दिल्ली। एक महत्वपूर्ण वैज्ञानिक सफलता में अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिकों के एक दल ने, जिसमें 18 भारतीय भी हैं, गेंहू के जटिल जीनोम को समझने में सफलता प्राप्त की है जिसे अभी तक असंभव माना जा रहा था।
इस जानकारी से उन जीनों की पहचान करने में मदद मिलेगी जो कि उत्पादन, अनाज की गुणवत्ता, बीमारियों और कीड़ों के प्रति प्रतिरोध के साथ-साथ सूखे, गर्मी, जलभराव एवं खारे पानी के प्रति गेंहू की सहनशीलता के लिये उत्तरदायी होते हैं।
इस उपलब्धि पर प्रतिक्रिया जताते हुये विज्ञान एवं तकनीक मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा, “खाद्यान्न वाले गेंहू के जीनोम को समझने में मिली सफलता से मौसम की मार को सहन कर सकने योग्य गेंहू की प्रजातियों को विकसित करनें में मदद मिलेगी जिससे कृषि उत्पादन पर जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को सीमित किया जा सकेगा।”
मंत्री महोदय ने इस शोध में भाग लेने वाले भारतीय दल को बधाई देते हुये कहा कि इस खोज से यह प्रमाणित होता है कि किसी भी क्षेत्र में हमारे वैज्ञानिक विश्व के श्रेष्ठतम वैज्ञानिकों से बराबरी करने में समर्थ हैं।
इस उपलब्धि पर प्रतिक्रिया जताते हुये विज्ञान एवं तकनीक मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा, “खाद्यान्न वाले गेंहू के जीनोम को समझने में मिली सफलता से मौसम की मार को सहन कर सकने योग्य गेंहू की प्रजातियों को विकसित करनें में मदद मिलेगी जिससे कृषि उत्पादन पर जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को सीमित किया जा सकेगा।”
मंत्री महोदय ने इस शोध में भाग लेने वाले भारतीय दल को बधाई देते हुये कहा कि इस खोज से यह प्रमाणित होता है कि किसी भी क्षेत्र में हमारे वैज्ञानिक विश्व के श्रेष्ठतम वैज्ञानिकों से बराबरी करने में समर्थ हैं।