केरल में बचाव एवं राहत कार्य में 90 विमानों एवं 500 स्वाचलित नौकाओं के साथ सैकड़ो दल जुटे

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नई दिल्ली। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति (एनसीएमसी) ने तीन दिनों के भीतर आज आयोजित अपनी तीसरी बैठक में केरल के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में चलाये जा रहे व्यापक बचाव एवं राहत कार्य की समीक्षा की।

कैबिनेट सचिव पी.के. सिन्हा की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में बाढ़ की ताजा स्थिति, बचाव दलों, मोटर बोटों, हेलीकॉप्टरों, जीवन रक्षा जैकेटों और भोजन, पानी और दवाइयों और बिजली, संचार और परिवहन के साधनों, जहां पर उन्हें नुकसान पहुंचा था, की बहाली पर वीडियों कॉंफ्रेंस के जरिये केरल के मुख्य सचिव से जानकारी ली गयी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर इस अभूतपूर्व बचाव कार्य में 67 हेलीकॉप्टर, 24 विमान, 548 मोटर बोट और भारतीय नौसेना, थलसेना, वायुसेना, तटरक्षक बल, अन्य केंद्रीय बलों एवं राष्ट्रीय आपदा बचाव बल के हजारों प्रशिक्षित कर्मियों को जलभराव के स्थानों से बचाने और राहत शिविरों में राहत सामग्री के वितरण के लिये लगाया गया है।

राज्य सरकार के अनुरोध पर 6,900 से ज्यादा जीवन रक्षक जैकेट, 3,000 से ज्यादा जीवन रक्षक उपकरण, 167 हवा भरी जा सकने वाली ऊंची रोशनियां, 2,100 बरसाती कोट, 1,300 गमबूट और 153 स्वाचलित आरियों को उपलब्ध कराया गया है।

स्थिति की समीक्षा के लिये एनसीएमसी कल भी एक बैठक करेगी।

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