हरियाणा के दो बड़े व्यावसायियों के बीच सुलह ने सबको चौका दिया ! सभी पूछ रहे हैं क्या नवीन जिंदल भाजपा में शामिल होंगे ?

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हरियाणा के दो बड़े व्यावसायियों के बीच सुलह ने सबको चौका दिया ! सभी पूछ रहे हैं क्या नवीन जिंदल भाजपा में शामिल होंगे ? 2

नई दिल्ली। 13 जुलाई का दिन धीरे से गुजर गया लेकिन किसी को इस बात की खबर लगी और किसी को नहीं लगी कि दो बड़े उद्यमियों ने अपने छह साल पुराने विवाद से तौबा कर लिया। इस खास दिन ने सबको इस बात से चौका दिया की दो मीडिया के बड़े लोगों ने अचानक हाथ मिला लिया और एक दूसरे को सोशल मीडिया पर अच्छे भविष्य की शुभकामनाएं भी दे दी।अगर आप को नहीं पता चला हो तो आप जान लें कि ये बड़ी खबर जी मीडिया समूह के मालिक सुभाष गोयल और और जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड (जेएसपीएल) के अध्यक्ष नवीन जिंदल के बारे में है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार गत शुक्रवार शाम को जी मीडिया समूह के मालिक डॉ. सुभाष चंद्रा और नवीन जिंदल ने सोशल मीडिया पर गिले-शिकवे भुलाने का संकेत दिया। दोनों ने एक दूसरे को शांति और शुभकामना का संदेश जारी किया। जाहिर है इससे अब सियासी समीकरण में बदलाव आने के आसार दिख रहे हूं। कयास इस बात के लगाए जा रहे हैं उद्योगपति नवीन जिंदल जल्द ही भाजपा में शामिल हो सकते हैं। हालांकि इस खबर का खंडन नहीं किया जाना अपने आप में रहस्यमय है।

मीडिया की खबर में कहा गया है कि हरियाणा से आने व वाले इन दोनों व्यावसायियों के बीच समझौते के लिए लंबे समय से प्रयास चल रहा था। कहा जा रहा है कि पूर्व में एक केन्द्रीय मंत्री और हरियाणा के एक पूर्व सीएम ने दोनों के बीच मेल-मिलाप की कोशिश की थी, लेकिन तब सफलता नहीं मिली थीं। खबर में यह दावा किया गया है कि इस बार भाजपा के एक बड़े नेता ने दोनों के बीच मध्यस्थता की और उन्हें सफलता मिल गई।

उल्लेखनीय है कि साल 2012 में ही दोनों के बीच विवाद बढ़ गया और तलवारें खिंच गयी थी। 25 अक्टूबर 2012 को कोयला ब्लॉक आंवटन में नाम आने पर कांग्रेस सांसद और बड़े उद्योगपति नवीन जिंदल ने एक स्टिंग ऑपरेशन के जरिए यह कहते हुई खलबली मचा दी थी कि जी मीडिया समूह ने कंपनी को ब्लैकमेल करने का प्रयास किया।

दिल्ली में आयोजित प्रेस वार्ता नवीन जिंदल ने स्टिंग ऑप्रेशन की रिकॉर्डिंग दिखाई थी। नवीन जिंदल ने आरोप लगाया था कि कोल ब्‍लॉक मामले में जी न्‍यूज उनके खिलाफ गलत खबर दिखा रहा था। उन्होंने कहा था कि इसके लिए हमने उक्त न्‍यूज चैनल से बात की तो मुझसे 20 करोड़ रुपए मांगे गए। बाद में ये रकम बढ़ाकर 100 करोड़ कर दी गई। इसके आधार पर इस मामले को लेकर नवीन जिंदल ने दिल्ली पुलिस में मामला भी दर्ज कराया था।

नवीन जिंदल ने जी न्‍यूज के संपादक सुधीर चौधरी और जी बिजनेस के तत्कालीन संपादक समीर आहलूवालिया पर आरोप लगाया था कि 13, 17 और 19 सितंबर, 2012 को कंपनी के लोगों के साथ कथित तौर पर बैठक हुई । इस बैठक में उनसे करोड़ों की रकम मांगी गई। दूसरी तरफ जी न्यूज चैनल का कहना था कि ये सब जी न्‍यूज को बदनाम करने की साजिश है।

तब जी न्‍यूज ने आरोप लगया था कि नवीन जिंदल ने चैनल को खरीदने और खबरों को रोकने की कोशिश में नाकाम होने के बाद यह षडयंत्र रचा था। जबकि जिंदल का आरोप था कि चैनल उनसे खबर रोकने के लिए 100 करोड़ रुपए की मांग कर रहा था। जिंदल की ओर से दर्ज मामला इतना तूल पकड़ गया था कि जी न्यूज समूह के संपादकों की गिरफ्तारी भी हुई और इस घटना ने मीडिया जगत में खलबली मचा दी थी।

इसके बाद दोनों समूहों ने एक दूसरे पर कानूनी तलवारें चालानी शुरू कर दी थी। सुभाष चंद्रा ने भी नवीन जिंदल पर मामला दर्ज कराया था।

अब व्यावसायिक जगत और मीडिया की दुनिया के लोग इस बात से भौचक है कि 6 साल के बाद अचानक मामला कैसे सुलझ गया ? ख़बर है कि दोनों ही पक्ष एक दूसरे से अपनी सारी शिकायतें दूर कर चुके हैं। दोनों एक साथ मंच पर भी दिखे । उक्त मंच पर जी मीडिया के एडिटर-इन-चीफ सुधीर चौधरी भी मौजूद थे।

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