सिलोखरा के नागरिकों का धरना छठवें दिन भी जारी, मिला भारी समर्थन

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धार्मिक स्थलों व पयार्वरण को धवस्त कर रही भाजपा सरकार: यज्ञदत्त शर्मा

350 वर्ग गज में नहीं 2 एकड़ में कम्युनिटी सेंटर बनाए सरकार: डॉ मुकेश शर्मा

सिलोखरा के नागरिकों का धरना छठवें दिन भी जारी, मिला भारी समर्थन 2

गुडग़ांव 15 जुलाई: सिलोखरा की पंचायती जमीन पर भाजपा कार्यालय और ग्रुप हाउसिंग का निर्माण कराने के खिलाफ और गांव में विकास कार्य कराने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे सिलोखरा व आसपास के नागरिकों का धरना दिनों दिन विशाल रुप धारण करता जा रहा है। लगातार छठवें दिन जारी धरने के दौरान विकास के इस आंदोलन को भारी समर्थन मिला। सिलोखरा के आसपास के करीब दो दर्जन से अधिक गांवों व कालोनियों और सेक्टरों के मौजिज नागरिकों ने इस आदोलन का समर्थन करते हुए सिलोखरा के नागरिकों के साथ शासन और प्रशासन द्वारा की जा रही वादाखिलाफ की भर्त्सना की।

सिलोखरा के नागरिकों के आंदोलन को रौंदकर पंचायती जमीन पर भाजपा कार्यालय और ग्रुप हाउसिंग का निर्माण बलपूर्वक जारी रखने के लेकर धरने पर जुटी नागरिकों की भारी भीड़ ने गहरा रोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि अब किसी कीमत भाजपा कार्यालय और ग्रुप हाउसिंग के निर्माण के लिए वर्जित रिहायशी क्षेत्र और पंचायती भूमि पर इनका निर्माण नहीं होने दिया जाएगा। जो भी पंचायती जमीन हुडा के पास है वह गांव का विकास स्मार्ट सिटी के तहत कराने के लिए ही नाकाफी है फिर सरकार वहां भाजपा कार्यालय और ग्रुप हाउसिंग का निर्माण क्यों करा रही है?

धरने में मौजूद 360 गांव झाड़सा के प्रधान चौधरी महेंद्र सिंह ठाकरान ने कहा कि सरकार ने सिलोखरा के नागरिकों की मांगों को नहीं माना तो पूरे दक्षिण हरियाणा की जनता लामबंद होकर सरकार के खिलाफ महापंचायत और उग्र आंदोलन चलाने का काम करेगी।

मुकेश पहलवान डूंडाहेड़ा ने कहा कि सरकार को सिलोखरा के नागरिकों की जायज मांगों को नजरअंदाज करना और बलपूर्वक भाजपा कार्यालय और ग्रुप हाउसिंग का निर्माण करना भारी पड़ेगा सरकार को अतिशीघ्र इस मामले में न्याय पूर्ण निर्णय लेना चाहिए। ब्राह्मण विकास परिषद के अध्यक्ष यज्ञदत्त शर्मा ने ब्राह्मण समाज की तरफ से आंदोलन का समर्थन करते हुए कहा कि हिन्दुत्व और धर्म का नारा देने वाली यह कैसी सरकार है जो जनता की विकास की मांग को दरकिनार कर भाजपा कार्यालय और ग्रुप हाउसिंग निर्माण के लिए धार्मिक स्थलों और पेड़ पौधे काटकर पर्यावरण को ध्वस्त कर रही है। जिस सरकार में जनता की अवाज को दबाया जाए वह सरकार कभी टिक नहीं सकती और अगर सरकार ने सिलोखरा के नागरिकों की मांगों को पूरा करने के साथ भाजपा कार्यालय और ग्रुप हाउसिंग शिफ्ट नहीं किया तो आंदोलन को विशाल रुप दिया जाता रहेगा। इस आंदोलन में ब्राह्मण समाज चढ़ बढ़कर सहयोग करेगा।

शर्मा ने चेतावनी दी कि अगर भाजपा सरकार ने सिलोखरा के नागरिकों पर थोपा गया फर्जी मुकदमा वापस नहीं लिया तो सरकारी के इस मनमानी के खिलाफ राष्ट्रव्यापी आंदोलन चलाया जाएगा।

धरने का नेतृत्व कर रहे सिलोखरा निवासी वरिष्ठ अधिवक्ता डॉ. मुकेश शर्मा ने कहा कि सिलोखरा सहित 360 गांव के नागरिक विकास की मांग को लेकर पिछले 6 दिनों से लगातार धरना दे रहे हैं। बुजुर्गों और महिलाओं की हालत लगातार खराब हो रही जबकि शासन और प्रशासन घोर संवदनहीनता का परिचय दे रही है। मुख्यमंत्री गुडग़ांव आने के बावजूद जनता के दर्द को सुनने और समझने का प्रयास नहीं किया। हरियाणा में पहली ऐसी सरकार बनी है जो जनता के आंदोलन को इस तरह से बलपूर्वक दबाने का काम कर रही है।

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डा. मुकेश शर्मा ने कहा कि सरकार के इस रवैए से नागरिकों में रोष बढ़ता जा रहा है। अगर सरकार नागरिकों की बात नहीं मानी तो न्यायालय में भी मामले को पहुंचाया जाएगा और सरकार ने पिछले सालभर के दौरान जनता के साथ जितना छलवा किया है उसका जवाब सरकार को देना होगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के किसी सिपहसलार के जरिए जानकारी मिली कि सरकार 350 वर्ग गज के दायरे में कम्युनिटी सेंटर का निर्माण करने की बात कर रही है। जबकि हुडा के प्रावधानों के मुताबिक कम्युनिटी सेंटर का निर्माण 2 एकड़ से कम भूमि में हो ही नहीं सकता। हुडा प्रशासक द्वारा इस प्रावधान को लिखित रुप से बताया गया है। ऐसे में अवश्य ही सरकार से जुड़े लोग मुख्यमंत्री और सिलोखरा के नागरिकों को गुमराह करने का काम कर रहे हैं।

डा. शर्मा ने कहा कि एक तरफ मुख्यमंत्री मनोहर लाल पौधरोपण करने की बात करते हैं तो दूसरी तरफ सिलोखरा में भाजपा कार्यालय और ग्रुप हाउसिंग के निर्माण के लिए पेड़ों को काटकर पर्यावरण को ध्वस्त किया जा रहा है। सीआईडी और मीडिया हर दिन आंदोलन, पेड़ों की कटाई व बलपूर्वक भाजपा कार्यालय का निर्माण कराने की स्थिति से अवगत हो रहा है और इनके जरिए सारी बातें मुख्यमंत्री को अवगत कराई जा रही हैं, इसके बावजूद मुख्यमंत्री मौन धारण कर आम जनता की परेशानियों से मुंह मोड़ रहे हैं। डा. शर्मा ने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने सिलोखरा के नागरिकों की बातों को नहीं माना और आंदोलन उग्र रुप धारण किया तो इसका जवाब मुख्यमंत्री के साथ प्रधानमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष को देना पड़ेगा।

धरने के दौरान चौधरी धर्मवीर कटारिया एडवोकेट बसई, चौधरी भूप सिंह धारुहेड़ा, डा. डीके शर्मा, सतीश शर्मा, आरके शर्मा, रामबाबू शर्मा झााड़सा, सुरेन्द्र ठाकरान झाड़सा, रणबीर टिारिया, कुलराज कटारिया, गुडग़ांव गांव, रमेश शर्मा, नरेश शर्मा, देवीराम शर्मा, देवीराम यादव, वेदराम, योगेन्द्र शर्मा, राजपाल शर्मा, संदीप शर्मा, मुकेश शर्मा, सुनील शर्मा, राकेश शर्मा, राजेश शर्मा, सुंदरलाल यादव, अशोक शर्मा, सुभाष शर्मा, दीपक शर्मा, मनीष शर्मा, शिवचरण, भरत सिंह, मामचंद सैनी, पुष्पा शर्मा, अमर सिंह सैनी, महेन्द्र शर्मा, रामेहर यादव, रामपत यादव, सुभाष शर्मा, देशराज सैनी, लक्ष्मीनारायण सैनी, नीरज एडवोकेट, शेर सिंह पंडित, शिवांग शर्मा, रामधन सैनी, देवेन्द्र शर्मा, जयभगवान शर्मा, धर्मवीर शर्मा, जयभगवान यादव, सुल्तान सिंह, मोनू शर्मा, विजय, सुंदरी, जगवती, शारदा, सरिता, राजवती, सुशीला, ओमवती, कृष्णा, लता, सावित्रि, पुष्पा, सुमन, मनीषा, सुशीला, अंजना, प्रभा शर्म, कुसुम, मंजू, मीरा, रामप्यारी, राजरानी, चमेली, पुष्पा कमलेश, भारपाई, गीता, कृष्णा, शांति, कमलेश, संतोष, अंगूरी, राजबाला, शारदा, द्रौपदी, शांति, ब्रह्मो, बीरमती, कांता, बिमला, शीला, मूर्ति व बबली के साथ भारी संख्या में महिलाएं और सैकड़ों नागरिक मौजूद रहे।
फोटो-धरने को संबोधित करते डॉ. मुकेश शर्मा, यज्ञदत्त शर्मा चौधरी महेंद्र सिंह ठाकरान व मुकेश पहलवान और तोड़ा गया मंदिर, धरना स्थल पर उपस्थित भारी भीड़।

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