निर्यात में 17.57 प्रतिशत की वृद्धि

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नई दिल्ली। जून, 2018 के दौरान 27.70 अरब डॉलर मूल्‍य का निर्यात किया गया, जबकि जून 2017 में 23.56 अरब डॉलर मूल्‍य का निर्यात किया गया था। यह इस दौरान निर्यात में 17.57 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है। रुपये की दृष्टि से इस दौरान निर्यात 23.68 प्रतिशत की उल्‍लेखनीय वृद्धि के साथ 187800.20 करोड़ रुपये के स्‍तर पर पहुंच गया।

जून 2018 के दौरान पिछले वर्ष के समान माह की तुलना में जिन प्रमुख जिंस समूहों के निर्यात में उल्‍लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है, वे निम्‍नलिखित हैं :

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अप्रैल-जून 2018-19 के दौरान कुल मिलाकर 82.47 अरब डॉलर (552781.61 करोड़ रुपये) मूल्‍य का निर्यात किया गया, जबकि पिछले साल की समान अवधि में 72.21 अरब डॉलर (465472.04 करोड़ रुपये) मूल्‍य का निर्यात किया गया था। यह इस दौरान निर्यात में डॉलर के लिहाज से 14.21 प्रतिशत और रुपये के लिहाज से 18.76 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है।

आयात

जून 2018 के दौरान 44.30 अरब डॉलर (300351.83 करोड़ रुपये) मूल्‍य का आयात किया गया, जबकि जून 2017 में 36.52 अरब डॉलर (235361.85 करोड़ रुपये) मूल्‍य का आयात किया गया था। यह इस दौरान आयात में डॉलर के लिहाज से 21.31 प्रतिशत और रुपये के लिहाज से 27.61 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है।

जून 2018 के दौरान पिछले वर्ष के समान माह की तुलना में जिन प्रमुख जिंस समूहों के आयात में उल्‍लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है, वे निम्‍नलिखित हैं :

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व्‍यापार संतुलन

वाणिज्यिक: जून, 2018 में व्‍यापार घाटा 16.60 अरब अमेरिकी डॉलर रहने का अनुमान लगाया गया, जबकि जून, 2017 में व्‍यापार घाटा 12.96 अरब अमेरिकी डॉलर था।

सेवाएं: आरबीआई द्वारा 13 जुलाई, 2018 को जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार मई 2018 में सेवाओं में व्‍यापार संतुलन (अर्थात सेवाओं का शुद्ध निर्यात) 5.97 अरब अमेरिकी डॉलर रहने का अनुमान लगाया गया।

समग्र व्‍यापार संतुलन: वाणिज्यिक एवं सेवाओं को आपस में मिलाकर विचार करने पर अप्रैल-जून, 2018-19 में समग्र व्‍यापार घाटा 32.32 अरब अमेरिकी डॉलर रहने का अनुमान लगाया गया, जबकि अप्रैल-जून 2017-18 में यह 28.55 अरब अमेरिकी डॉलर था।

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