किसानो को उद्यमशील बनाने के लिए एग्री लीडरशिप समिट का आयोजन रोहतक में : मनीषा शर्मा

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गुरुग्राम से लगभग 2700 किसान होंगे शामिल 

एग्री लीडरशिप समिट 24 से 26 मार्च तक चलेगी

 
गुरुग्राम, 21 मार्च। किसानो को उद्यमशील बनाने तथा उनकी प्रगति के विज़न को डैव्लप करने के उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में लगातार तीसरी बार एग्री लीडरशिप समिट का आयोजन रोहतक में किया जा रहा है। यह समिट 24 से 26 मार्च तक चलेगी। इस एग्री समिट का लाभ उठाने के लिए इस बार जिला गुरुग्राम से लगभग 2700 किसानों द्वारा भाग लिया जा रहा है। 
 
यह जानकारी आज गुरुग्राम की नगराधीश मनीषा शर्मा ने लघु सचिवालय में आयोजित प्रैस वार्ता के दौरान दी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का प्रयास है कि हरियाणा का किसान उद्यमशील बने और उनकी आय को दोगुना किया जा सके। इसी प्रयास के चलते इस बार प्रदेश के रोहतक जिला में एग्री लीडरशिप समिट आयोजित की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस समिट में प्रदेश भर से लगभग एक लाख किसान भाग लेंगे और कृषि तथा उससे जुड़े क्षेत्रों जैसे पशुपालन, बागवानी, मत्स्य पालन आदि मेें जो लीडर किसान हैं उनके अनुभवों का लाभ उठाएंगे। इसके अलावा, इस समिट में कृषि उत्पादों के व्यापारी, कृषि क्षेत्र के विद्वान तथा किसान संगठन सहित किसानों के मुद्दों पर कार्यरत लोग समिट में पहुंचेंगे ताकि अधिक से अधिक किसान अपने अनुभवों को सांझा कर सकें। इस समिट में पैरी अर्बन कल्चर, कृषि, मत्स्य , क्लाईमेट स्मार्ट एग्रीकल्चर ,ऑर्गेनिक विलेज, सॉयल हैल्थ तथा दुग्ध उत्पादन सहित मुख्य बिंदुओं पर ध्यान केन्द्रित किया गया है। 
 
उन्होंने बताया कि किसानों को प्रोत्साहित करने तथा आधुनिक खेती की ओर प्रेरित करने के लिए प्रतिदिन एक लक्की ड्रा का आयोजन किया जाएगा जिसमें पहला स्थान प्राप्त करने वाले किसान को बड़ा ट्रैक्टर, दूसरा स्थान प्राप्त करने वाले किसान को छोटा टै्रक्टर तथा तीसरा स्थान प्राप्त करने वाले किसान को बुलेट मोटरसाईकिल प्रदान की जाएगी। उन्होंने बताया कि किसानों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए गुरुग्राम जिला से 53 बसों की व्यवस्था की गई है। उन्होंने जिला प्रशासन की ओर से किसानों से अपील करते हुए कहा कि वे इस एग्री समिट में बढ़चढक़र भाग लें और इसका अधिक से अधिक लाभ उठाएं। रोहतक में आयोजित होने वाली इस समिट का उद्घाटन 24 मार्च को महामहिम राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सोंलकी करेंगे। इनके अलावा, इस समिट में कई केंद्रीय मंत्री तथा राज्य सरकार के मंत्रियों के पहुंचने का अनुमान है। 
 
इस मौके पर जिला उद्यान अधिकारी डा. दीन मौहम्मद ने बताया कि इस समिट का उद्द्ेश्य किसान की आमदनी एक लाख रूपये प्रति एकड़ करना है ताकि सन् 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुनी करने के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के सपने का साकार किया जा सके। उन्होंने कहा कि किसानों को डायरेक्ट मार्केट से जोडऩा भी इसका मूल उद्द्ेश्य है। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि गुरुग्राम में आयोजित पहली एग्री समिट में किसान महावीर को आंवले की प्रौसेसिंग करने की सीख मिली थी और इस साल उन्होंने दिपावली पर्व पर 15 क्विंटल आंवले के  लड्डू बनाए थे जिसकी बिक्री एडवांस बुकिंग के साथ हुई। प्रदेश के किसानों को भी इतना ही सक्षम बनाने के लिए प्रदेश सरकार प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि बागवानी विभाग द्वारा गत् दिनों पैरी अर्बन एग्रीकल्चर, होर्टिकल्चर व डायरेक्ट मार्केटिंग के ऊपर भी कार्यशाला का आयोजन गुरुग्राम में किया गया था ताकि किसानों को प्रगतिशील बनाया जा सके। 
 
पशुपालन विभाग की उप-निदेशक डा. पुनीता ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा एग्री लीडरशिप समिट में जाने वाले पशुपालकों की सूची तैयार कर ली गई है। इसके अलावा, पशुपालन विभाग की ओर से 550 किसान इस समिट में भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि समिट में 26 मार्च को पशुपालन से संबंधित सेमिनार,प्रदर्शनी व स्टॉल आदि भी लगाए जाएंगे। इसके अलावा, एंटरप्रैन्योर द्वारा पशुपालकों को दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के गुर सिखाएं जाएंगे। उन्होंने बताया कि समिट में वे पशुपालक  भी अपने पशुओं के साथ आएंगे जिन्हे पहले पुरस्कृत किया जा चुका है और लोगों को ज्यादा मात्रा में दूध देने वाले अच्छी नस्ल के पशु भी देखने को मिलेंगे। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि गुरुग्राम के शिकोहपुर गांव के पशुपालक नरेश भी समिट में अपनी साहीवाल नस्ल की गाय के साथ जाएंगे। इसी प्रकार जिला के अन्य किसान सुभाष अपनी मुर्रा भैंस के साथ समिट में भाग लेंगे जिसे पिछले दिनों झज्जर में आयोजित कार्यक्रम में प्रथम स्थान मिला था। ये पशुपालक अन्य पशुपालकों के लिए प्रेेरणा स्त्रोत होंगे ताकि वे कृषि के साथ साथ पशुपालन को अपनाकर पारिवारिक आय बढ़ा सकें। 

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