जी डी गोएनका यूनिवर्सिटी और सेंटर फॉर एयर पावर स्टडीज़ संयुक्त सेमिनार का आयोजन करेगा

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युद्ध की रिपोर्टिंग और शांति स्थापना में मीडिया की भूमिका पर स्कूल ऑफ कम्यूनिकेशन और सेंटर फॉर एयर पावर स्टडीज़ (कैप्स) का संयुक्त प्रयास 

सेमिनार का आयोजन 12 मार्च को 

रक्षा पत्रकारिता में हो रहे बदलाव पर फोकस 

गुरुग्राम, भारत, 10 मार्च, 2018: जी डी गोएनका यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ कम्यूनिकेशन ने सेंटर फॉर एयर पावर स्टडीज़ के सहयोग से युद्ध की रिपोर्टिंग और शांति स्थापना में मीडिया की भूमिका पर संयुक्त सेमिनार आयोजित करने का फैसला किया है. ये सेमिनार विश्वविद्यालय परिसर में सोमवार, 12 मार्च को आयोजित किया जाएगा. इसका उद्देश्य पत्रकारिता और जनसंचार के छात्र-छात्राओं को रक्षा पत्रकारिता के क्षेत्र हो रहे बदलावों से अवगत कराना है.

इस कार्यक्रम में भारतीय सेना के वरिष्ठ पूर्व अफसरों के साथ वरिष्ठ पत्रकारों का वक्तव्य होगा. सेमिनार में मुख्य अतिथि के तौर पर वायुसेना के सेवानिवृत एयरमार्शल विनोद पटनी शामिल होंगे. सर्वोत्तम युद्ध सेवा मेडल, परम विशिष्ट सेवा मेडल, अति विशिष्ट सेवा मेडल समेत कई वीरता पुरस्कारों से सम्मानित श्री पटनी इस समय सेंटर फॉर एयर पावर स्टडीज़ के मुख्य निदेशक हैं. इसके अलावा कार्यक्रम में सेवानिवृत लेफ्टिनेंट जनरल अता हसन (परम विशिष्ट सेवा मेडल, उत्तम युद्ध सेवा मेडल, अति विशिष्ट सेवा मेडल, विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित), एयर मार्शल पी के रॉय (परम विशिष्ट सेवा मेडल, अति विशिष्ट सेवा मेडल, विशिष्ट सेवा मेडल, वायुसेना मेडल से सम्मानित), एयर वाइस मार्शल मनमोहन बहादुर (वायुसेना मेडल से सम्मानित), श्री जयदेव रानाडे, विशिष्ट फेलो कैप्स, डॉक्टर मनप्रीत सेठी, वरिष्ट फेलो, कैप्स, श्री जावेद अंसारी, वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेष्क और श्री जुगल पुरोहित, वरिष्ट टीवी पत्रकार, बीबीसी शामिल हैं.

ये संयुक्त सेमिनार सेंटर फॉर एयर पावर स्टडीज़ और स्कूल ऑफ कम्यूनिकेशन के बीच शैक्षिक सहयोग की शुरुआत भी है. इस बारे में बात करते हुए स्कूल ऑफ कम्यूनिकेशन की डीन प्रोफेसर डॉक्टर ऋतु सूद ने कहा कि, “स्कूल ऑफ कम्यूनिकेशन का मकसद सामाजिक रुप से सजग और ज़िम्मेदार पत्रकार तैयार करना है जो मीडिया क्षेत्र में हो रहे लगातार बदलाव और समाज में इनकी उपयोगिता से अवगत हों. राष्ट्र और उसकी सुरक्षा के मुद्दे उनमें प्रमुख हैं. ये संयुक्त सेमिनार हमारे उभरते पत्रकारों को युद्ध क्षेत्र में शांति स्थापना के महत्व जैसे संवेदनशील मुद्दे को समझाने में सहायक होगा. मुझे उम्मीद है कि इस सेमिनार से हमारे छात्रों को सीखने के नए अवसर प्राप्त होंगे.”

इस अवसर पर कैप्स के मुख्य निदेशक एयरमार्शल विनोद पटनी का कहना है कि, “मुझे सेंटर फॉर एयर पावर स्टडीज़ और स्कूल ऑफ कम्यूनिकेशन द्वारा आयोजित इस संयुक्त सेमिनार में शामिल होकर बेहद प्रसन्नता हो रही है. युद्ध की रिपोर्टिंग और शांति स्थापना में मीडिया की भूमिका जैसे विषय पर सेमिनार का आयोजन, राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे बेहद संवेदनशील मुद्दे पर युवा छात्र-छात्राओं को जागरुक करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है. इस सेमिनार को आयोजित करने का स्कूल ऑफ कम्यूनिकेशन का प्रयास बेहद सराहनीय है.”       

इस सेमिनार में दो सत्र होंगे. पहले सत्र में आमंत्रित विशेषज्ञ दक्षिण एशिया में प्रतिरक्षा के भारत से जुड़े मुद्दों पर अपना मत रखेंगे जबकि दूसरे सत्र के दौरान युद्ध की रिपोर्टिंग और शांति स्थापना में मीडिया की भूमिका पर परिचर्चा होगी.

इस कार्यक्रम के मुख्य प्रायोजक बी3बी रीयल एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड है जबकि सहयोगी प्रायोजक इंडियन मिलिट्री रिव्यू, एसबी कन्सल्टिंग और कैप्टन आयुष पुरुषार्थ फाउन्डेशन है.

Suvash Chandra Choudhary

Editor-in-Chief

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