स्वास्थ्य विभाग में ठेकेदार 50 हजार से डेढ लाख रूपये तक रिश्वत लेकर लगा रहा है नोकरी

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यूनुस अलवी

 
मेवात :भले ही हरियाणा सरकार युवाओं को मेरिट के आधार पर मुफ्त में नियमित नोकरी दे रही है लेकिन मेवात के ठेकेदारों पर इसका कोई असर नही पड़ रहा है। मेवात के स्वास्थ्य विभाग में ठेकेदार और अधिकारियों की मिली भगत से 50 हज़ार से लेकर डेढ़ लाख रुपए तक कांट्रेक्ट पर युवाओं को नोकरी पर लगा रहे है। रिश्वत लेकर कॉट्रेक पर युवाओं को नोकरी देने की जब आम लोगो मे चर्चा हुई और भाजपा नेताओं के पास लोग ऐसी शिकायतें लेकर पहुंचे तब कही जाकर भाजपा नेताओं की आंख खुली है।
 
सरकार की बदनामी न हो और पैसे लेकर कॉन्ट्रेक्ट पर नोकरी लगाने वाले स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और ठेकेदार के खिलाफ विभागीय ओर कानूनी करवाई की मांग करते हुए मेवात जि़ला प्रमुख के ससुर और भाजपा के वरिष्ठ नेता आलम उर्फ मुंडल ने बडक़ली चौक स्थित अपने कार्यालय पर पत्रकारवार्ता कर इसका खुलासा किया है। भाजपा नेता ने कहा कि भ्रस्टाचार किसी भी कीमत पर बरदास्त नही किया जाएगा। उन्होने कहा कि जब भाजपा सरकार छोटे कर्मचारी से लेकर एसडीएम तक मेरिट पर नौकरी दे रही है और पैसे का लेनदेन सरकार ने खत्म कर दिया है तो ये ठेकेदार जो पैसे लेकर युवाओं को कांट्रेक्ट पर नोकरी दे रहे हैं इससे सरकार की छवी खराब हो रही है। इसे किसी भी कीमत पर बरदास्त नहीं किया जाऐगा। वह इस मामले को स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के सामने लेकर जाऐगें।
 
मुंडल ने आरोप लगाया कि जब उनको इस बारे में पता चला तो वह तीन दिन से मेवात के सीएमओ और ठेकेदार को फोन कर रहे है लेकिन सीएमओ और ठेकेदार उसका फोन तक नही उठा रहा है। इससे साफ ज़ाहिर होता है कि इस भ्रस्टाचार में कही न कही स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की भागीदारी नजऱ आ रही है। उन्होने बताया कि ठेकेदारों की मार्फत मेवात जिला की सीएचसी, पीएचसी और सामान्य अस्पताल मांडीखेडा में गार्ड, स्वीपर, कम्प्यूटर ऑपरेटर आदि करीब 80 पद भरे जाने हैं जिनको स्वास्थ्य विभाग ने सीधी भर्ती ना करके ठेकेदार को टेंडर सौंपा है। मेवात में युवाओं की अधिक बेराजगारी को देखते हुऐ ठेकदारों ने मेरिट के हिसाब से नहीं बल्कि पैसे लेकर कर्मचारियों को लगाने का नया फार्मला इजाद किया है। उनहोने बताया कि मांडीखेडा में ठेकेदार और स्वाथ्य विभाग के अधिकारियों ने कई दलाल छोड रखे हैं जो युवाओं से पैसे लेकर नोकरी दिलाने का काम कर रहे हैं। 
 
इन आरोपो के बारे में जब हमने सीएमओ ओर ठेकेदार की प्रतिक्रिया लेनी चाही तो उन्होंने हमारे भी फोन को उठाने की जहमत नही उठाई।

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