पुलिस ने जमाल्गढ़ की सरपंच और उसके पति सहित चार के खिलाफ किया धोखाधडी का मामला दर्ज

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सरपंच है अगूंठा टेक, अगर वह एक लाईन लिख दे तो वे शिकायत करना ही छोड दें: शिकायतकर्ता

 

यूनुस अलवी

मेवात: गावं जमालगढ की महिला सरपंच को फर्जी सर्टिफिकेट पर पंचायत का चुनाव लडना भारी पड गया। अदालत के आदेश पर गांव जमालगढ की सरंपच संजीदा, पति इमदाद और दो अन्य लोगों सहित चार के खिलाफ धोखाधडी सहित कई धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। अभी तक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए आज एसपी से गुहार लगाई है। शिकायर्ताओं ने एसपी से कहा कि अगर गांव की सरपंच एक लाईन भी लिख दे तो वे शिकायत करना छोड देगें।
 
    गांव जमालगढ निवासी फरजीना पत्नि मुनफेद ने बताया कि उसने भी गांव की सरपंच का 2016 में चुनाव लडा था। मुकाबले में गांव में मौजूदा सरपंच संजीदा था। उन्होने आरोप लगाया कि संजीदा अनपढ ही नहीं बल्कि एक गूंठा टेक है वह आज तक कहीं भी किसी स्कूल में शिक्षा गृहण करने नहीं गई और ना ही उसने ऑपन से कोई परीक्षा पास की है। फरजीना का आरोप है कि सरपंच के नोमिनेशन के वक्त संजीदा से उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के विश्व भारती विद्या मंदिर प्रताप नगर से आठवीं का फर्जी सर्टिफिकेट बनवा कर नोमिनेरशन कर दिया। उसे टीसी पर जिला शिक्षा अधिकारी के काउंटर साईन नहीं थे। उन्होने इसका ऐतराज किया लेकिन किसी ने उसकी शिकायत पर अमल नहीं किया। 
 
   फरजीना का कहना है कि आखिरकार संजीदा सरपंच पद का चुनाव जीत गई। लेकिन वह अनपढ थी इसलिए उसने सबूतों के आधार पर उसके कागजातों की खोजबीन शुरू की तो पता चला की संजीदा ने जिस स्कूल से अपनी टीसी निकलवाई है उसमें उसने कभी ऐडमीशन ही नहीं लिया। सारे सबूत इकटठा करने के बाद उन्होने अदालत मे इस्तगासा दायर किया है। अदालत के आदेश पर सरपंच संजीदा, उसके पति इमदाद और उनका सहयोग करने वाले दिनेश पुत्र पन्नी लाल और दिनेश पुत्र ओमकार के खिलाफ धोखाधडी सहित आधा दर्जर अपराधिक धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
 
  जांच अधिकारी राजपाल ने बताया कि अदालत के आदेश पर मामला दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांंच की जा रही है जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी की जाऐगी।
 
 

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