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: प्रदर्शन के बाद इंसाफ ना मिलने पर पीडितों ने खटखटाया है अदालत का दरवाजा
: एनएचएम के नियमों की धज्जियां उडाते हुऐ की गई थी डाक्टरों की भर्ती
यूनुस अलवी
मेवात: नेश्रल हेल्थ मिशन के नियमों की धज्जियां उडाते हुऐ करीब पांच माह पहले मेवात में आयुर्वेदिक मेडिकल ऑफिसर की की गई भर्ती पर पंजाब एंव हरियाणा हाईकोर्ट ने संज्ञान लेते हुऐ नेश्रल हेल्थ मिशन के डारेक्टर, मेवात उपायुक्त एंव मेवात सिविल सर्जन सहित भर्ती किऐ गऐ उम्मीदवारों से 8 नवंबर तक जवाब तलब किया है।
पंजाब एंव हरियाणा हाईकोर्ट के वकील मोहम्मद अरशद ने बताया कि नेश्रल हेल्थ मिशन की ओर से मेवात में 9 आयुर्वेदिक डाक्टरों की भर्ती के लिए जगह निकाली गई थी। जिसकी 27 मार्च 2017 को ऐगजाम हुआ और 29 मार्च को इंट्रव्यू लिया गया। उम्मीदवार चयन कमेठी ने 9 में से डाक्टर जिया नाम के एक व्यक्ति को ही लिया बाकी दूसरे जिलों से भर्ती कर दिये गऐ।
उन्होने बताया कि मोहम्मद आरिफ सहित चार उम्मीदवारों ने उनकी मार्फत पंजाब एंव हरियाण हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाते हुऐ आरोप लगाया कि जो डाक्टरों की भर्ती की गई है वह नेश्रल हेल्थ मिशन के नियमों विरूध है। नियम के अनुसार उसी जिले के उम्मीदवारों को प्राथमिक्ता दी जानी चाहिए लेकिन चयन कमेठी ने ऐसा नहीं किया बल्कि मेवात की बजाऐ दूसरे जिला के उम्मीदवारों को लगाया गया। उन्होने बताया कि जो भर्ती की गई है उसमें एनएचएम के नियमों का सीधा उलंघन है। पंजाब एंव हरियाणा हाईकोर्ट ने एनएचएम के डारेक्टर, मेवात डीसी और सिविल सर्जन के अलावा चुने गऐ उम्मीदवारों को आगामी 8 नंवबर 2017 तक अपना जवाब देने के लिऐ नोटिस भेजा है।
उम्मीदवारों ने किया था प्रदर्शन
शिकायतकर्ता डाक्टर मोहम्मद आरिफ, डाक्टर जाहिद ने बताया कि राजनेतिक दवाब के चलते मेवात के एक मात्र डाक्टर जिया का लिया गया था जिसने बाद में अपना त्याग पत्र दे दिया उसकी जगह सुनील जैन को लिया गया। इसके अलावा मेवात से आऐ करीब 5 उम्मीदवारों को इंट्रव्यू पर बुलाया ही नहीं गया। इसके विरोध में उन्होने मेवात की अल-आफिया अस्पताल पर विरोध प्रदर्शन किया था। उससे भी सरकार पर कोई असर नहीं पडा। जब उनको कहीं से इंसाफ मिलता नजर नहीं आया तो उन्होने मजबूर होकर अदालत का दरवाजा खटखटाया है। उनहोने कहा कि अदालत पर इंसाफ मिलने का उनको पूरा भरोसा है।