भाजपा अध्यक्ष के बयान, बिहार में बदलते समीकरण के संकेत
नई दिल्ली: बिहार में सत्ताधारी महागठबंधन सरकार में भ्रष्टाचार के मुद्दे पर जारी संघर्ष के बीच भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के बयान से राजनीतिक समीकरण की दिशा के संकेत मिलने लगे हैं. उन्होंने जदयू-बीजेपी गठबंधन सरकार के दिनों को याद करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में किये गए काम की तारीफ की है. उन्होंने याद दिलाया कि 1980 के दशक में अर्थशास्त्रियों ने ‘चार राज्यों के लिए बीमारू स्टेट’ शब्द का प्रयोग किया था. इनमें ‘बी’ से बिहार, ‘एम’ से मध्य प्रदेश, ‘आर’ से राजस्थान, ‘यू’ से उत्तर प्रदेश शामिले थे. उन्होंने कहा कि बिहार में नीतीश कुमार जबतक भाजपा के साथ सरकार चला रहे थे तब विकास हो रहा था.
अपने संबोधन में उन्होंने दावा किया कि तब अर्थशास्त्री मानने लगे थे कि उस दौर में बिहार बिमारू राज्य से बाहर होने की कगार पर पहुंच गया था. भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में 13 साल से उनकी पार्टी की सरकार है. दोनों राज्य अब विकसित राज्य बनने की कगार पर हैं. उनके अनुसार राजस्थान भी बीमारू राज्य से श्रेणी से बाहर हो गया है. उन्होंने यूपी की चर्चा करते हुए कहा कि वहां भाजपा को अभी जनादेश मिला है. अगले पांच साल के बाद यूपी की भी हालत बदलने की पूरी संभावना है.
उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि इस पार्टी ने देश भर में परिवारवाद, जातिवाद और तुष्टिकरण की राजनीति की. इसका खामियाजा देश के लोगों को भुगतना पड़ रहा है.
राजनीतिक पंडित नीतीश कुमार के लिए अमित शाह के इस बयान के स्पष्ट मतलब निकला रहे है कि भाजपा और नीतीश दोनों एक दूसरे के करीब आने की स्थिति में हैं. उल्लेखनीय है कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बेटे व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर भ्रष्टाचार का केस दर्ज होने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनसे विंदुवार जवाब देने को कहा है. लेकिन लालू खेमा ऐसा करने को तैयार नहीं है. इसको लेकर दोनों के बीच कुछ दिनों से जुबानी जंग तेज हो चला है.
एक तरफ नीतीश कुमार लगातार तेजस्वी यादव पर मंत्रिमंडल से बाहर होने का दबाव बना रहे हैं जबकि लालू यादव ने तेजस्वी के इस्तीफे से साफ इनकार कर दिया है. और अब भाजपा अध्यक्ष अमित शाह द्वारा नीतीश कुमार की तारीफ करना बदलते राजनीतिक घटनाक्रम के संकेत दे रहे हैं. जदयू-राजद और कांग्रेस के महागठबंधन को बरकरार रखने की कोशिश कांग्रेस को ओर से जारी है लेकिन अमित शाह का रविवार को दिया गया बयान किसी और कहानी का प्लाट तैयार होने को बल दे रहा है. .
नीतीश कुमार के समर्थन में यह बयान अमित शाह ने दिल्ली में जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी पर लिखी किताब (श्यामा प्रसाद मुखर्जी- हिज विजन ऑफ एजुकेशन) के उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान दी.