ओडीएफ मामले को लेकर मेवात जिला के डी सी एक बार फिर चर्चा में …

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: डीसी की ओडीएफ टीम ने खुले में शौच करते चार लोगों को पकडा

: पुलिस के घेरे में अपराधियों की तरह चारों के फोटों खींचा, फिर अपनी फैसबुक वाल पर डालकर मजाक उडाया

: डीसी ने वाल पर लिखा नांक रगडवाई, ठुकाई की, गिरफ्तार किया, अकड निकाली फिर तसल्ली से जैब भी ढीली की

यूनुस अलवी

ओडीएफ मामले को लेकर मेवात जिला के डी सी एक बार फिर चर्चा में ... 2मेवात :   मेवात उपायुक्त मणि राम शर्मा आज कल मेवात की समस्याओं का निदान कराने की बजाऐ जिले को ओडीफ (खुले में शौच मुक्त) करने पर ज्यादा जोर दे रहे हैं। लोगों को डीसी के इस अभियान से कोई परेशानी नहीं है बल्कि आपत्ति उनकी भाषा और कार्यशैली को लेकर उठ रही है। खासतौर से डीसी द्वारा अपनी फैसबुक वाल पर मेवात के लोगों के लिये आपत्ति जनक शब्दों का इस्तेमाल करने इलाके में काफी नाराजगी है। इससे करीब 6 महिने पहले भी अपनी फैसबुक भाषा को लेकर डीसी मणिराम शर्मा काफी चर्चा में रहे थे। उस समय कई संस्थाओं ने मिलकर डीसी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर उनका पुतला फूंका था।
    दरअसल दो दिन पहले डीसी की ओडीएफ टीम ने नूंह खंड के गांव सालाहेडी, सलंबा आदि गांवों में सुबेह खुले में शौच करते हुऐ लोगों को रोकने के लिये दौरा किया। इस मौके पर टीम ने चार लोगों को गिरफ्तार किया और उनसे 1100-1100 सौ रूपये जुर्माना वसूल कर छोड दिया गया। उसके बाद ओडीएफ टीम ने चारों लोगों के पुलिस की हिरासत में ऐसे फोटों खेंचे जैसे की ये खुले में शौच करते हुऐ नहीं पकडे गये बल्कि ये कोई बडे बदमाश या डकेत हों। उसके बाद वो फोटो मेवात के डीसी मणि राम शर्मा को भेजे गये जहां उन्होने इस फोटों को अपनी फैसबुक वाल पर पेस्ट कर उन शब्दों का इस्तेमाल किया जो एक अधिकारी की गरीमा से परे होते हैं।

ओडीएफ मामले को लेकर मेवात जिला के डी सी एक बार फिर चर्चा में ... 3

डीसी ने अपनी फैसबुक वाल पर क्या लिखा  ?

 

सालाहेडी और सलम्बा ……

 

खुले में शौच के लिए दो सर्वाधिक बदनाम गांव ……

 

दोनों गांव में बड़े-बड़े लोग….. उनसे ज्यादा संख्या में  बड़े-बड़े लोगों के चमचे…..

 

इस चमचागिरी की ताकत के दम पर ही ना ये सरपंच की सुनते है और ना जिला प्रशासन की। 

 
आज इनकी अकड ढीली करनी थी और तसल्ली से ढीली कर भी दी। फोटो में दिखने वाले चारों व्यक्ति न केवल सम्पन्न  और पहुंच रखने वाले है बल्कि इनके घरों में शौचालय भी है। फिर भी चमचागिरी की ताकत का भरोसा कुछ ज्यादा ही था इनको। इनको न केवल विभिन्न धाराओं में गिरफ्तार किया गया, नांक रगडवाई, यथोचित ठुकाई भी की गई और फिर तसल्ली से जेब भी ढीली की गई। ना नेतागिरी काम आई और ना चमचागिरी  ……(इससे आगे भी डीसी ने काफी कुछ लिखा)
 

रियलिटी चैक

 
डीसी साहब ने जो चार आदमी पकडे उनमें से दो बहार के आदमी बताऐ जा रहे हैं जो दूसरे राज्यों से आकर यहां मजदूरी करते हैं। दो गांव सलंबा के हैं जिनमें से इसलाम नाम का आदमी भी है। जो अक्सर बिमार रहता है। उसके सात लडके हैं। चार की शादी हो रखी है, बेटे ड्राईवर हैं। रहने के लिये 36 लंबाई और 16 फुट चौडाई की जगह हैं जहां पर उसने दो कमरे नीचे और दो कमरे उपर बना रखे हैं। सामने पक्का पंचायत का 33 फीट का रास्ता है। इसलाम ने बताया कि उसके पास कोई शौचालय नहीं है और ना ही उसके पास इतनी जगह उललब्ध है कि वह घर के सामने शौचालय बना सके। उन्होने नांक रगडवाने की बात से इंकार किया है।

 

क्या कहते हैं मेवात के लोग ? 

 
मेवात यूथ के जिला अध्यक्ष मुबारिक खान, उपाध्यक्ष शाहिद पतेरिया और ओबीसी चैयरमेन मुबारिक मलिक का कहना है कि डीसी को अपनी फैसबुक वाल पर फोटो डालने से पहले जांच करनी चाहिये थी कि ये चारों आदमी किस गांव के हैं और उनके घर में शौचालय हैं या नहीं हैं। डीसी ने अपनी वाल पर लिखा की उनकी नांक रगडवाई, अकड ढीली की यानि पिटाई की। उन्होने कहा कि डीसी को ये किसने अधिकार दे दिया कि वह पिटाई भी करे और नांक भी रगडवाऐ और फिर जुर्माना भी वसूले। उन्होने डीसी से मांग की है कि वे इसके लिये चारो सम्मानित लोगों और मेवात की जनता से मांफी मांगे नहीं तो मेवात कांग्रेस यूथ उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने को मजबूर होगी।

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