शिक्षा को लेकर सरकार का मेवात के लिये अलग नियम

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प्रदेश के 21 जिलों में एक अध्यापक 25 बच्चों को जबकी मेवात में 30 को पढाऐगा।

विपक्ष ने बताया सरकार की नियत में खोट

मेवात जिले में अध्यापकों की पहले ही भारी कमी 

सरकार की नई निति से मेवात में करीब एक हजार अध्यापको का नुकसान होगा

हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ और विपक्ष करेगा इसका विरोध

 

यूनुस अलवी

मेवात: हरियाणा सरकार के मौलिक शिक्षा विभाग ने दो दिन पहले अध्यापक और बच्चों के अनुपात में पढाने के लिये जारी किये गये आदेश से मेवात में सरकार और शिक्षा विभाग के खिलाफ विरोध के स्वर उठने लगे हैं। मौलिक शिक्षा विभाग हरियाणा ने प्रदेश के 21 जिलों के लिये शिक्षक-छात्र अनुपात 1:25 किया है जबकी मेवात के लिये ये अनुपात 1:30 रख गया है। शिक्षा विभाग के नये आदेश के अनुसार प्रदेश के 21 जिलो में 25 बच्चों को और मेवात जिला में 30 बच्चों को एक अध्यापक पढाऐगा। सरकार की नई अनुपात निति से जहां प्रदेश में करीब 9 हजार अतिरिक्त पद पढ गये हैं वहीं मेवात में करीब एक हजार अध्यपकों का नुकसान होगा। सरकार की इस निति से विपक्ष, अध्यापक संध में भारी नाराजगी है। उन्होने प्रदेश के अन्य जिलो के बराबर ही शिक्षक-छात्र का अनुपात बराबर करने की मांग की है। मांग पूरी ना होने पर अध्यापक संघ और विपक्ष ने विरोध प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है।
 
    प्राप्त जानकारी के अनुसार मेवात जिला में कुल 493 प्राईमरी स्कूल हैं जिनमें 28 मई 2017 पहली से पांचवी कक्षा तक कुल 98025 छात्र-छात्राओं को ऐडमीशन किया हुआ हैं। इनपर सरकार ने कुल 3110 जेबीटी के पद स्विकृत किये हुऐ हैं। जिले में 1068 जेबीटी अध्यापकों के पद रिक्त हैं जबकी स्विकृत 859 अध्यापकों की जगह पर गेस्ट टीचर नियुक्त कर रखे हैं यानि जिले में गेस्त अध्यपकों को हटा दिया जाऐ तो 1927 जेबीटी अध्यपकों के पद खाली हैं। इनमें से करीब 62 अध्यापक वेतन मेवात से ले रहे हैं और नोकरी दूसरे जिलों में कर रहे हैं। सरकार द्वारा जारी नये छात्र-अध्यापक अनुपात के अनुसार मेवात में करीब 4 हजार पद सैंशन होने चाहिये लेकिन सरकार ने मेवात में अध्यापक-छात्र का अनुपात 1:30 किये जाने से मेवात में करीब एक हजार अध्यापकों के पद सैंसन नहीं हो सकेगें।
 

क्या कहते हैं अध्यापक संध के जिला प्रधान

 हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ के जिला प्रधान तैयब हुसैन का कहना है कि सरकार कि मेवात के प्रति यह दौगली निति है। सम्पूर्ण प्रदेश के लिये एक निति बनानी चाहिये थी। उन्होने कहा कि अगर सरकार ने नई निति में मेवात को नहीं जोडा तो हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ धरना प्रदर्शन करने को मजबूर होगा।

 

क्या कहते है कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष

 पूर्व परिवहन मंत्री एंव कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष आफताब अहमद का कहना है कि भाजपा की नीयत और नीति पहले ही मेवात के खिलाफ थी। शिक्षा विभाग के इस आदेश ने इसे पुख्ता कर दिया है। उनका कहना है कि भाजपा सरकार प्रदेश के लिये नीति तो एक बनाती भले ही मेवात के प्रति दुर्भावना मन में रख लेती। भाजपा ने इसी दुर्भावना की वजह से मेवात से करीब डेढ हजार अध्यापकों का दूसरे जिलों में तबादला कर दिया। अब मेवात केडर को समाप्त करने की योजना बना रहे हैं। नई भर्ती से मेवात को एक भी अध्यापक नहीं मिला है। उन्होने चेतावनी देते हुऐ कहा कि या तो सरकार अपनी निति बदले नहीं तो कांग्रेस पार्टी पूरे प्रदेश में विरोध प्रदर्शन करने को मजबूर होगी।

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