महाराष्ट्र में भाजपा का सीएम बनने का रास्ता साफ़ : एकनाथ शिंदे ने की स्वयं को सीएम रेस से बाहर किया

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सुभाष चन्द्र चौधरी /The Public World 

नई दिल्ली /मुंबई : महाराष्ट्र में महायुति गठबंधन की सरकार बनने का रास्ता साफ़ हो गया क्योंकि निवर्तमान मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आज प्रेसवार्ता आयोजित स्वयं को इस रेस से बाहर करने की घोषणा करते हुए इसका निर्णय करने के लिए भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व को अधिकृत करने की घोषणा की . उन्होंने पत्रकारों के कुरेदे जाने पर कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से टेलीफोन पर बात की और सरकार बनाने के रास्ते में किसी भी अड़चन से इनकार किया . उन्होंने कहा कि भाजपा नेतृत्व मुख्यमंत्री बनाये जाने के मामले में जो भी निर्णय लेंगे वह उनके लिए मान्य होगा .

एकनाथ शिंदे ने यह कहते हुए स्वयं को सीएम पद की दौड़ से अलग लिया कि वे न तो नाराज थे और न ही किसी तरह की कोई गुटबाजी थी. उन्होंने कहा कि पिछले ढाई वर्ष के उनके कार्यकाल में भाजपा नेतृत्व और पीएमं मोदी और गृह मंत्री चट्टान की तरह उनकी सरकार के पीछे खड़े रहे उसी तरह वे भी भाजपा नेतृत्व के निर्णय के साथ खड़े रहेंगे. उन्होंने बारम्बार दोहाराया कि उनकी बात मंगलवार और बुधवार को भी भाजपा कबाड़े नेता से हुई है और गुरुवार को गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में महायुति के तीनों दलों के नेताओं की बैठक में सीएम और सरकार के स्वरुप पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा.

उन्होंने केंद्र सरकार से उनकी सरकार को मिलने वाले वित्तीय व अन्य राजनीतिक समर्थन मिलने की दुहाई देते हुए कहा कि उनके बल पर ही उन्होंने मुख्यमंत्री के रूप में ढाई वर्ष में जितना काम किया वह दस साल में नहीं किया गया था. उन्होंने कई लाडली बहन , लाड़ली भाई जैसी योजनाओं की चर्चा करते अप्रत्यक्ष रूप से विधानसभा चुनाव में मिले अपार बहुमत मिलना उसका ही नतीजा बताया.

उन्होंने कहा कि ढाई वर्ष तक वे आम आदमी के रूप में रहे इसलिए सीएम से फिर आम आदमी बनने में उन्हें कोई कठिनाई नहीं होगी. उन्होंने कहा कि उनके समर्थक सभी शिवसैनिक भाजपा नेतृत्व के निर्णय के साथ खड़े रहेंगे .

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