लोगों की राष्ट्र के प्रति आस्था कम हुई है : राज्यपाल

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राष्ट्रीय सुरक्षा जागरण मंच की दो दिवसीय तृतीय वार्षिक आम सभा शुरू

“नोटबंदी के फैसले से आतंकवाद की कमर टूटी ” 

पत्थरबाजों व अलगाववादियों को बढ़ावा देने वाले नेताओं की कमी नहीं : इंद्रेश कुमार

लोगों की राष्ट्र के प्रति आस्था कम हुई है : राज्यपाल 2गुरुग्राम। देश में रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति की प्रमुखता राष्ट्र होना चाहिए। वर्तमान हालातों में देश की बाहरी सुरक्षा के साथ-साथ आंतरिक सुरक्षा की तरफ ध्यान देना बेहद जरूरी है। आंतरिक सुरक्षा अगर मजबूत होगी तो देश बाहरी ताकतों से लडऩे में पूरी तरह सक्षम होगा। 
उक्त विचार हरियाणा के राज्यपाल महामहिम कप्तान सिंह सोलंकी ने आज राष्ट्रीय सुरक्षा जागरण मंच की दो दिवसीय तृतीय वार्षिक आम सभा का उदघाटन करने के बाद देश के विभिन्न राज्यों से आए हुए प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए व्यक्त किए।
राज्यपाल ने कहा कि वर्तमान परिवेश में लोगों की राष्ट्र के प्रति आस्था कम हुई है। जिस कारण देश वासियों मेंलोगों की राष्ट्र के प्रति आस्था कम हुई है : राज्यपाल 3 असुरक्षा की भावना जन्म ले रही है। इसे पुन:प्राप्त करने के लिए देशभर में जागरूकता अभियान चलाने की जरूरत है। ऐसे में राष्ट्रीय सुरक्षा जागरण मंच जैसे संगठन अहम भूमिका निभा रहे हैं।
महामहिम ने कहा कि आज देश में पैसा ही सबसे बड़े खतरे के रूप में सामने आया है। जिस कारण देश में असुरक्षा बढ़ रही है। देश के प्रधानमंत्री ने जब नोटबंदी का फैसला लिया तो आतंकवाद की कमर टूट गई।
समाज में हिंसा, अपराध व लगातार बढ़ रहे अत्याचारों को रोकना जरूरी है। उन्होंने कहा कि आज देश भूगौलिक रूप से तो सुरक्षित है लेकिन लोगों की जीवन पद्धति ही लोगों की सुरक्षा के लिए खतरा बन गई है। बदलती जीवन पद्धति ने राष्ट्र की सुरक्षा को खतरे में डाल दिया है लेकिन जीवन के मानवीय मूल्यों की स्थापना के लिए की जाने वाली हिंसा हमेशा अहिंसा के दायरे में आती है।
उदघाटन समारोह की अध्यक्षता करते राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल सदस्य इंद्रेश कुमार ने कहा कि आज व्यक्ति कोलोगों की राष्ट्र के प्रति आस्था कम हुई है : राज्यपाल 4 हर कीमत पर सुरक्षा की जरूरत है। उन्होंने अत्याचार व अन्याय मुक्त समाज का निर्माण करने की अपील करते हुए कहा कि आज देश में पत्थरबाजों व अलगाववादियों को बढ़ावा देने वाले नेताओं की कमी नहीं है। जिस कारण देश के भीतर और बाहर बड़ा संकट पैदा हो गया है।

उन्होंने चीन द्वारा भारत की सुरक्षा में अनावश्यक हस्तक्षेप की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि सहनशील देश की है। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता में अनावश्यक हस्तक्षेप को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आज भारत को बिखेरने वाली ताकतें सक्रिय हैं जबकि देश को निखारने वाली ताकतें कम हैं। इंद्रेश ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा जागरण मंच इस समय देश के 25 राज्यों में अपनी शाखाएं चला रहा है। मंच के कार्यकर्ता लोगों को राष्ट्र सुरक्षा के प्रति जागरूक करने का काम कर रहे हैं।
इससे पहले आए हुए अतिथियों का स्वागत करते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा जागरण मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष एयर मार्शल आर.सी. वाजपेयी ने कहा कि आज देश में नशा तस्करी, मानव तस्करी तथा हथियार तस्करी की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। इन्हें रोकने के लिए जनआंदोलन खड़ा करने की जरूरत है। इस अवसर पर भारत के पूर्व गृहसचिव एवं सांसद आर.के.अग्रवाल, विधायक अभय सिंह यादव के अलावा मंच के राष्ट्रीय महासचिव जसबीर सिंह, मीडिया प्रभारी डॉ.वीरेंद्र सिवाच, प्रवेश खन्ना, सरला सिंह, रेशमा सिंह, गोलोक बिहारी, हरियाणा चैप्टर के अध्यक्ष राजपाल सिंह,विनोद सोनी, दीपा अंतिल, जूही अग्रवाल के अलावा कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।

Suvash Chandra Choudhary

Editor-in-Chief

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