गाँव सहसन की पंचायत में लिए गए निर्णय समाज हित में : मोहम्मद इस्माइल

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समाज को सही दिशा में आगे बढ़ाने में सामाजिक पंचायतों को अपना समर्थन देने का ऐलान किया 

समाज के युवाओं की भागीदारी को भी आवश्यक बताया 

युवाओं को बेरोजगारी रूपी दलदल से निकालने पर दिया बल 

जुरहरा: समाज सेवी मोहम्मद इस्माइल खान ने रविवार को आयोजित मेव समुदाय की पंचायत में लिए गए गोकशी एवं गोतस्कारी पर प्रतिबन्ध लगाने के निर्णय का स्वागत किया है. उन्होंने क्षेत्र के गाँव सहसन के अटल सेवा केंद्र पर सुब्बन जेलदार की अध्यक्षता में हुई पंचायत की पहल को समाज हित में बताया. मो. इस्माइल के अनुसार समाज को सही दिशा में आगे बढाने में सामाजिक पंचायतों की बेहद अहम् भूमिका होती है. उन्होंने मेवात के हित में लिए गए किसी भी निर्णय के प्रति अपना पूरा समर्थन देने की घोषणा की.

 

यहाँ जारी एक विज्ञप्ति के माध्यम से उनका कहना हैं कि इस पंचायत में जिस प्रकार से सभी ने एक स्वर से मेव समुदाय में शिक्षा के प्रचार प्रसार को लेकर चिंता व्यक्त की है और दहेज़ प्रथा पर अंकुश लगाने के प्रति मजबूत इच्छाशक्ति दिखाई है वह काबिल-ए-तारीफ़ है. यह सही है कि शिक्षा को बढ़ावा देने से ही सभी सामाजिक बुराईयों को समाप्त किया जा सकेगा. उन्होंने समाज की इस पहल की सरहना करते हुए दहेज़ प्रथा पर पूर्ण प्रतिबन्ध लगाने की दिशा में कारगर काम करने का आह्वान किया. उनका मानना है कि इसमें समाज के युवाओं की भागीदारी भी आवश्यक है. उनकी नजरों में युवा ही हमारे समाज की रीढ़ है और इसे जुआ, सट्टे , ताश्बाजी एवं नशाखोरी से बचाने की जरूरत है. इसके लिए समाज की ओर से की गयी हर पहल का वे समर्थन करते हैं और इसमें भरपूर सहयोग देंगे.

 

उनका कहना है कि आज जरूरत है युवाओं को प्रशिक्षित करने के लिए सामाजिक एवं शैक्षणिक विषयों पर गाँव गाँव में कार्यशाला आयोजित करने की. उन्हें एक तरफ इन कुरीतियों से दूर रहने की सलाह दी जाए जबकि दूसरी तरफ जीवन यापन के लिए अच्छे विकल्प भी मुहैया कराये जाने चाहिए. मो. इस्माइल ने बताया कि शिक्षा के साथ साथ हमारे समाज की सबसे बड़ी समस्या है बेरोजगारी. इसलिए हमें सामूहिक रूप से हमारे युवाओं को बेरोजगारी रूपी दलदल से निकालने के लिए उन्हें स्किल ट्रेनिंग जिसमें विभिन्न प्रकार के तकनिकी प्रशिक्षण की व्यवस्था है की और प्रोत्साहित करना होगा.

 

अपने अनुभव को साझा करते हुए उन्होंने कहा कि राजस्थान के कांमा क्षेत्र के अधिकतर परिवार कृषि पर निर्भर करते हैं. उनके आर्थिक उत्थान के लिए जरूरी है कि क्षेत्र में जगह जगह रोजगार मूलक प्रशिक्षण दिलाने की व्यवस्था की जाये. इसमें समाज सेवी एवं पंचायतें भी अपना योगदान दे सकतीं हैं. उन्होंने रविवार को आयोजित पंचायत में मौजूद पूर्व प्रधान सद्दीक खान, रहमान खान, पूर्व पंचायत समिति सदस्य इस्लाम, ताहिर चेयरमैन धीमरी, जाकिर, दीनू लाड्लाका, रज्जाक, आशा, दीनू, नुरू, मखान सिंह, मनसुख प्रजापत, आमीन पप्पल, खुर्शीद, सुभान खान, अब्दुल रहमान सहित उन सभी लोगों की इस पहल के लिए प्रशंसा की है की और उम्मीद जताई है कि सभी का प्रयास अवश्य फलीभूत होगा. उन्होंने आश्वस्त किया है कि वे सामाजिक विकास में हर प्रकार के सहयोग के लिए तैयार हैं.

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