नई दिल्ली : मिडिया में इस बात की चर्चा जोरों पर है कि पीएम नरेंद्र मोदी शीघ्र ही केन्द्रीय मंत्रिमंडल में बड़ा बदलाव करने जा रहे है. भाजपा मुख्यालय के वातावरण में भी इस चर्चा को बल मिला रहा है कि संसद के बजट सत्र के बाद यह फेरबदल हो सकता है. उल्लेखनीय है कि 12 अप्रैल को संसद का बजट सत्र समाप्त हो रहा है.
तारका यह दिया जा रहा है कि भाजपा संगठन में कई पद खाली हो गए हैं साथ ही राज्यपालों के भी कई पद रिक्त पड़े हैं और अतिरिक्त प्रभार देकर काम चलाया जा रहा है. कई संवैधानिक संस्थाओं में भी पद खाली हैं जैसे मानवाधिकार आयोग आदि.
मिडिया में आई ख़बरों में कहा जा रहा है की यह फेरबदल 2019 को ध्यान में रखकर किया जा रहा है. रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर के गोवा चले जाने के बाद इस पद का अतिरिक्त कार्यभार वित्त मंत्री अरुण जेटली संभाल रहे हैं. फेरबदल में एक नया रक्षा मंत्री का नाम तय हो सकता है.
मीडिया की ख़बरों के अनुसार राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को मोदी कैबिनेट में जगह मिल सकती है . संभावना है कि राजे विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की जगह ले सकती हैं. वसुंधरा राजे की जगह ओम माथुर को संभवत: राजस्थान का मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है.
केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा का कद भी बढ़ाया जा सकता है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की रेस में मनोज सिन्हा सबसे आगे थे. लेकिन अचानक योगी आदित्यनाथ को यूपी का मुख्यमंत्री बना दिया गया. ऐसे में मनोज सिन्हा की नाराजगी की खबरें भी सामने आईं. इसलिए मनोज सिन्हा की नाराजगी दूर करने के लिए उनका कद बढ़ाया जा सकता है. फिलहाल उनके पास दूरसंचार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) की जिम्मेदारी है.
केंद्रीय मंत्री कलराज मिश्र हटाये जा सकते हैं क्योंकि 75 साल से अधिक उम्र वाले नेताओं को सक्रिय राजनीति से दूर रहने की पीएम मोदी की नीति के अनुसार उनपर गाज गिर सकती है. उन्हें किसी राज्य का राज्यपाल बनाया जा सकता है. उत्तराखंड से भी सांसद को मोदी कैबिनेट में जगह मिल सकती है. रमेश पोखरियाल निशंक, भगत सिंह कोशियारी इस रेस में है.
मध्य प्रदेश, कर्नाटक, छ्त्तीसगढ़ और राजस्थान में होने वाले आगामी विधान सभा चुनावों के मद्दे नजर भी कुछ चेहरे मोदी कैबिनेट में शामिल किए जा सकते हैं. शिवसेना कोटे से एक केंद्रीय मंत्री का पद खाली है.