कृषि क्षेत्र से युवाओं को जोडने का होगा प्रयास : आहलुवालिया

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सूरजकुंड :  केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री  एस एस आहलुवालिया ने घोषणा करते हुए कहा कि हरियाणा में कृषि  क्षेत्र में युवक व युवतियों को जोडने के लिए केन्द्र सरकार हर प्रकार की सहायता करेंगी जिसमें प्रशिषण, प्रशिक्षुओं, विशेषज्ञों और शिक्षकों के माध्यम से नौजवानों को कृषि के गुर सिखाए जाएंगें। 

यह जानकारी आज यहां उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए दी। उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र में आ रही चुनौतियों से निपटने के लिए सरकार ने विभिन्न कदम उठाए हैं और किसान का बेटा खेती छोडकर शहर में नौकरी के लिए न जाएं, ऐसी व्यवस्था की ओर सरकार आगे बढ रही है। उन्होंने कहा कि किसान को उसके उत्पाद का उचित मूल्य मिलें इसके लिए कम खाद, कम पानी, कम कीटनाशक का प्रयोग किया जाए ताकि खेती में आ रहे खर्च को कम करके किसान को लाभकारी आय हो सकें। 

उन्होंने कहा कि आज किसान ज्यादा उपज लेने के लिए खाद व उर्वरकों का इस्तेमाल कर रहा है जिसके बारे में उसको जानकारी नहीं होती।इसके लिए सरकार सबसे पहले भूमि की जांच के लिए सायल हैल्थ कार्ड किसानों के बनाएं ताकि उनकी भूमि की जानकारी उसमें दर्ज हो सकें और उसकी भूमि में कितनी आवश्यकता में पानी, कीटनाशक, खाद का ब्यौरा मिल सके। उन्होंने कहा कि यदि हम ज्यादा संख्या या ज्यादा मात्रा में खाद व कीटनाशकों का प्रयोग करेंगें तो भूमि पर बुरा असर पडेगा इसलिए हैल्थ कार्ड देखकर यह बताया जा सकता है कि किस भूमि में कितनी खाद व कीटनाशक की जरूरत है। 

उन्होंने कहा कि अब सरकार ने कीटनाशक को नीम युक्त कर दिया है क्योंकि अब नीम युक्त होने से खाद की मात्रा कम लगती है और कम खर्च आता है और भूमि की क्षमता भी बढ जाती है। इसी प्रकार किसानों को उनके उत्पाद का सही मूल्य मिलें सरकार ने ई-नाम से एक पोर्टल को भी शुरू किया है और हरियाणा में 108 मंडियों में से 37 मंडियों को जोड दिया गया है ताकि वह अपना उत्पाद देश में कहीं भी बेच सकें व उसको अच्छा मुनाफा मिल सकें। 

केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि  इसी प्रकार से पशुओं के लिए ई-पशुधन पोर्टल खोला है जिस पर किसान अपने अच्छी नस्ल के पशुओं के सीमेन और पशुओं की जानकारी पंजीकृत की जा सकती है जैसे  िकइस सम्मेलन में अच्छी नस्लों के पशुओं को दर्शाया गया है। उन्होंने बताया कि कुछ प्रगतिशील किसान अपने इन पशुओं के माध्यम से साल में 30 से 40 लाख रूपए तक कमा रहे है। उन्होंने कहा कि आज का युग कम्प्यूटर का युग है और कृषि में नई नई तकनीकों को अपनाने के लिए नौजवानों को आगे आना चाहिए ताकि वह कमप्यूटर के माध्यम से इन तकनीकों की जानकारी अपने परिजनों को दे सकें। 

उन्होने कहा कि जिस प्रकार से हरियाणा प्रदेश के कृषि मंत्री हरियाणा राज्य को दूध उत्पादन में देश का नंबर एक राज्य बनाना चाहते हैं तो इस उपलब्धि को हासिल करने के लिए उन्हें नौजवानांे डेयरी क्षेत्र में जोडना होगा तभी यह मुकाम हासिल किया जा सकता है। 

छत्तीसगढ के कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी किसानों के हित के लिए कई योजनाओं को शुरू किया है और कृषि एक ऐसा क्षेत्र हैं जहां पर रोजगार का सृजन सबसे अधिक हो सकता है। उन्होंने कहा कि यदि नौजवान पीढी कृषि क्षेत्र जैसे कि ई-मार्किटिंग, ई-पोर्टल इत्यादि से जुडेगी तो कृषि में रोजगार की बढोतरी होगी। उन्होंने कहा कि उनके राज्य में जैविक खेती को बढावा दिया जा रहा है और इस सम्मेलन में जैविक खेती के बारे में जानकारी दी जा रही है। 

हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री ओम प्रकाश धनखड ने कहा कि हरियाणा में जो किसान 50 से अधिक पशुओं की डेयरी रखेगा उसके पशु ऋण पर ब्याज विभाग द्वारा दिया जाएगा। उन्होने कहा कि राज्य में दो हजार स्थानों पर डेयरी स्थापना के लिए योजना बनाई गई है और उम्मीद हैं कि प्रति वर्ष दस लाख लीटर दूघ का अधिक उत्पादन किया जाएगा। उन्होने  कहा कि देसी गाय की नस्ल की वृद्धि के लिए भी योजनाएं बनाई गई है। इसके अतिरिक्त मुर्रा नस्ल की भैंस पर 30 हजार रूपए तक पुरस्कार दिया जा रहा है। 

इस मौके पर हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ने खेत और बाजार से संबंधित देश का पहला बेवपोर्टल खेतबाजार डाट काम की शुरूआत की। 

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