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यूनुस अलवी
मेवात: नूंह में अधिकारी और उलेमाओं कि आयोजित बेठक में उपायुक्त मणि राम शर्मा ने बैठक में उपस्थित मौलवी,मौलाना, मुफ्ती से आह्वान किया कि वे गांव में बैठक में कहा कि यदि ये टीके नही लगेगें तो मॉं एवं बच्चों को जान लेवा अनेको बिमारियां हो सकती है। उन्होंने बताया कि पोलियों अभियान को लेकर अब से करीब 15 -20 साल पहले भी इस प्रकार की घटनाएं सामने आई थी जिसका परिणाम आप लोगों के सामने है। उन्होंने कहा कि स्कूलों में जो इस प्रकार के टीके लगाए जा रहे है वो कई प्रकार की जानलेवा बिमारियों जैसे पोलियो,कुकर खांसी,चेचक,तेपदिक जैसों रोगों से सुरक्षा के लिए ये टीके लगाए जा रहें है। उलेमा लोगों को जागरुक करें और अपने बच्चों को लगातार स्कूल भेजे। उपायुक्त ने सिविल सर्जन को निर्देश दिए कि वे डाक्टरों की टीम बनाकर आज शाम को मजिस्द में जाकर मौलवी, मौलाना द्वारा लोगों को जागरुक करें।
मौलाना शेर मोहम्मद अमीनी ने उपस्थित सभी मौलवी,मुफ्ती को संंबोधित करते हुए कहा कि जिले में कुछ शरारती तत्व इस बात की अफवाह फैला रहें है कि बच्चों को विद्यालयों में बांझ बनाने के इंजेकशन व गोलियां खिलाई जा रही है। उन्होंने बताया कि वास्तव में विद्यालय आने वाले बच्चों को खून की कमी को दूर करने हेतू प्रति सप्ताह एक गोली आयरन की खिलाई जाती है जो बच्चों के लिए बहुत जरुरी है। इससे बच्चों में को कोई नुकसान नही होता है। विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों,बच्चियां को इस प्रकार का कोई टीका नही लगता। उन्होंने बताया कि इसी तरह गर्भवती महिलाओं एवं छोटे बच्चों को अनेकों तरह की बिमारियों से बचने के हेतू टीके लगाए जा रहे है।
इस अवसर पर आई.एस.ओ. से आनद पाल सिंह, डी.पी सिंह, व नगराधीश प्रदीप अहलावत ने भी बैठक में अपने विचार व्यक्त किए। इस मौके पर मुखयमंत्री के सुशासन सहयोगी मोहित सोनी, सचिव आर.टी.ए सुरेंद्र सिंह, आषिश कुमार,कवंर सिंह एचसीएस व मौलाना कारी मुफ्ती सहित जिला प्रशासन के संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे।