पिपरौली तलाक मामला : पंचायत का फैंसला बिंगडा, दोनो पक्ष पहुंचे थाने

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: लडका पक्ष ने दी उनको अवैध हिरासत में रखने कि शिकायत

 :लडकी पक्ष ने दहेज में कार मांगने और मारपिटाई करने कि दी शिकायत

 :समाचार लिखे जाने पर किसी भी पक्ष के खिलाफ मामला नहीं हुआ दर्ज

 :दोनो पक्षों का समझोता कराने पर लोगों कवायद तेज की

 
 
यूनुस अलवी
मेवात:पुन्हाना खंड के गांव पिपरौली कि एक लडकी को दहेज में कार और डेढ लाख रूपये ना देने पर लडकी के साथ मारपिटाई करने और तलाक दिये जाने वाले मामले में तीन दिन पहले दोनों पक्षों के पंचायत में हुऐ फैंसले से अब लडका पक्ष मुकर गया है। लडका पक्ष ने जहां लडकी पक्ष के लोगों के खिलाफ उनके एक दर्जन आदमियों को हिरासत में रखने का आरोप लगाते हुऐ पुन्हाना थाने में शिकायत दे दी है वहीं लडकी पक्ष कि ओर से पहले ही थाने में दहेज मांगने और लडकी के साथ मारपिटाई करने कि थाने में शिकायत दी हुई है। 
 
   गौरतलब है कि गांव पिपरौली निवासी सुमेर ने गत वर्ष अपनी बेटी कि 11 दिसंबर को राजस्थान के गांव ओथरा निवासी असलम पुत्र अतरू के धूम-धाम से शादी कि थी। लडकी के भाई हाजी जुबेर ने बताया कि शादी में बोलेरो कार और डेढ लाख रूपये कि नगदी ना दिये जाने पर उसकी बहन को शादी के पहले ही दिन मारपिटाई कि थी। उन्होने बताया कि शादी के पंद्रह दिन बाद ही असलम ने उसकी बहन को मौखिक तौर पर तलाक दे दिया था लेकिन असलम ने लिखित में तलाक का कोई कागज नहीं दिया था। उन्होने बताया कि जब उनको इस बाद का पता चला तो वे अपनी बहन को घर ले आये। असलम का कहना है कि उन्होने असलम और उसके पिता से लिखित में तलाक दिये जाने के कागज मागें लेकिन उन्होने लिखित में देने से मना कर दिया और अपने गांव से बेइज्जती कर भगा दिया था।
 
   जुबेर ने बताया कि लिखित में तलाक दिये बगैर दूसरी जगह लडका का रिश्ता नहीं हो सकता है और उसकी बहन कि ससुराल वाले लिखित में तलाक देने को तैयार नहीं थे। उन्होने बताया कि असलम पुत्र अतरू के एक और भाई ने अपनी बीवी को तलाक दे रखी है उसके बडे भाई का फर्जी शादी के बहाने गत 15 फरवरी को गांव पिपरौली में औथरा राजस्थान से बारात बुलाई थी। जिसमें करीब 20 लोग आये थे। उन्होने कहा कि इस बहाने से उन्होने आरोपी असलम पुत्र अतरू से लिखित में तलाक ले लिया और आरोपियों के खिलाफ उसी दिन दहेज कि मांग करने की शिकायत पुन्हाना थाने में दे दी थी।
 
   जुबेर ने बताया कि इसकी शिकायत बारातियों ने अपने गांव मे कर दी जहां से 10-15 लोगों कि एक पंचायत आई और मामला सुलझाने के लिये करीब 25 गावों कि दो दिन तक गांव पिपरौली में पंचायत चली। आखिकार 17 फरवरी कि रात्री पंचायत ने अपने फैंसले में लडका पक्ष कि ओर से लडकी पक्ष को शादी में हुऐ खर्चे के तौर पर पांच लाख रूपये दिये जाने का फैंसला सुनाया। लडका पक्ष ने पंचायत के फैंसले के बाद सवा दो लाख रूपये लडकी पक्ष को अदा कर दिये तथा बाकी के पैने तीन लाख रूपये 25 फरवरी को दिये जाने कि बात कही।
 
    लडका पक्ष ने दूसरे दिन पुन्हाना थाने में शिकायत दे कर आरोप लगाया कि उनके गांव के कुल लोगों को गांव पिपरौली में बंधक बनाकर रख हुआ है। मामले कि गंभीरता को देखते हुऐ पुन्हाना के डीएसपी विनोद कुमार भारी पुलिस बल के साथ गांव में पहुंच गये जहां उन्होने दोनो पक्षों को थाने आने का हुकम सुनाया। पूर्व मंत्री मोहम्मद इलयास और राजस्थान के लोगों के बीच पंचायत के फैंसने को ही लागू किये जाने कि बातचीत चलती रही लेकिन लडका पक्ष के लोग पंचायत का फैंसला मानने से मुकर गऐ। समाचार लिखे जाने तक किसी भी पक्ष कि ओर से कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है। इलाके के लोग दोनो पक्षों का समझोता कराने में जुटे हुऐ हैं।
  

क्या कहती है पुलिस

मेवात पुलिस कप्तान कुलदीप सिंह ने बताया कि दोनो पक्षों कि ओर से शिकायत मिली है। इस मामले कि पुलिस जांच कर रही है वहीं दोनो पक्षों ने आपसी फैंसला कराने के लिये समय मांगा हुआ है। उनका कहना है कि आपसी समझोता ना होने पर जो भी उचित कार्रवाई होगी कि जाऐगी।
 

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