बलोरो और डेढ लाख रु. नहीं देने पर शादी के तीन माह बाद ही दे दी तीन तलाक !

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 25 गावों के प्रमुख लोगों की पंचायत, तीन तलाक देने वाले को पांच लाख रु.का जुर्माना 

 सवा दो लाख रूपये नगद जबकि बाकी पौने तीन लाख रु. 25 फरवरी को देने का फरमान 

यूनुस अलवी

 
मेवात:  मेवात जिला के पुन्हाना उपमंडल के गांव पिपरौली निवासी हाजी जुबेर ने नोट बंदी के दौरान इधर-उधर से कर्जा लेकर और कई-कई दिन बैंक कि लाईनों में खडा होकर अपनी बेटी के हाथ पीले के करने के लिये करीब पांच लाख रूपये जुटाये। उसने 12 नवंबर 2016 को अपनी बेटी कि शादी राजस्थान के अलवर जिले के औधरा गांव निवासी असलम पुत्र अतरू के साथ धूमधाम से की थी। शादी में अपनी हेसियत के मुताबिक जुबेर का काफी कुछ दहेज में दिया लेकिन दहेज के लोभी उससे खुश नहीं थे। ससुराल वाले शादी के बाद दहेज में डेढ लाख रूपये नगद और बोलेरो कार कि डिमांड पर अड गये। शादी के बाद से ही विवाहिता अपने माईके में रहे रही थी। दहेज के लोभी उसकी ससुराल वाले डिमांड पूरी किये बिना उसे ले जाने को तैयार ही नहीं थे। जब और दहेज मिलता नजर नहीं आया तो असलम ने तीन महिने बाद एक कागज पर तीन तलाक लिखकर रिश्ता कि खत्म कर दिया।
 
   पीडित लडकी के पिता जुबेर ने बताया कि दहेज में बोलेरो कार और डेढ लाख रूपये ना देने का ताना उसकी बेटी को ससुराल वाले बात-बात पर शर्मिंदा और परेशान करते थे। उसने बडी मुश्किल से नोंट बंदी के दौरान अपनी बेटी कि शादी कि थी। समय आने पर उनकी डिमांड पूरी करने का उनको भरोसा भी दिया था। आखिर कार उनकी बेटी को लडके ने एक कागज पर तीन तलाक लिखकर भेज कर रिश्ता तोड दिया। अपनी हैसियत के अनुसार खूब दान दहेज दिया था लेकिन लडकी के ससुराल वाले शादी में दिए गए दहेज से नाखुश थे।  पीडित जुबेर का कहना है कि अब जो पंचायत के लोगों ने फैंसला कर दिया वह उससे संतुष्ट हैं। 
 

शादी के बहाने से बुलाया था लडकी के ससुराल वालों को

 
   लडकी को तलाक देने के बाद मामले को सुलझाने के लिये कई बार लडकी के ससुराल वालों को बुलाया लेकिन वे नहीं आये। तलाक देने वाले असलम पुत्र अतरू के दो बडे भाई और हैं उन्होने भी दहेज कि डिमांड पूरी ना होने पर अपनी पत्यिों को भी तलाक दे रखा है। गांव पिपरौली के लोगों ने असलम के बडे भाई का रिश्ता कराने के बहाने 15 फरवरी को गांव पिपरौली में बुला लिया था। जिसमें असलम का बडा भाई चार वाहनों से बारातियों को लेकर दुल्हा बनकर आया तो गांव पिपरौली के लोगों ने उनको गांव में बेठा लिया। पिछले दो दिन से करीब चार लोगों को गांव पिपरौली में बेठका रखा हुआ है। 
 

फैंसले के लिये दो दिन चली पंचायत

 
  तीन तलाक मसले को सुलझाने को लेकर गांव पिपरौली मेें करीब 25 गावों के प्रमुख लोगों कि दो दिन तक पंचायत चल होती रही। पंचायत में राजस्थान के आठ गावों और मेवात के करीब 15 गावों के चौधरी, सरपंच, प्रमुख पंचायत में शामिल हुऐ। पंचातय में कई बार उतार चढाव आये। सबसे पहले फैंसले में लडकी पक्ष कि ओर से 20 लाख रूपये कि डिमांड रखी गई। कई बार पंचायत में फैंसले के लिये पंच चुनने के लिये गये आखिकार शुक्रवार कि देर रात करीब 9.30 बजे पंचायत पंचायत ने लडका पक्ष को पांच लाख रूपये अदा करने का फैंसला सुनाया। सवा दो लाख रूपये नगद दिये गये जबकी बाकी पौने तीन लाख रूपये 25 फरवरी को देने का वादा किया है।
    
   पंचायत में लड़का पक्ष की ओर से सरपंच हनीफ, विश्राम सरपंच, सुच्चा सिंह पूर्व सरपंच सहित 8 गांव के पंच, सरपंच व् प्रमुख लोग और लड़की पक्ष की ओर से सुलेखा लुहीगां कला, फकीरा टूंडलाका, हाजी दीनू पिपरोली, जुम्मा सहित करीब 15 गांव के पंच सरपंच चौधरी और प्रमुख लोग मौजूद थे
 
 

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