‘हुनर हाट’ में अल्पसंख्यक समुदायों की कारीगरी का प्रदर्शन   

Font Size

अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय का विशेष प्रयास 

‘उस्तादों का बावरचीखाना’ कार्यक्रम भी आयोजित 

नई दिल्ली :   अल्पसंख्यकों को एक मंच उपलब्ध कराने के प्रयास में कलाकार और शिल्पकार अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय द्वारा आयोजित ‘हुनर हाट’ में अपने कार्य का प्रदर्शन करने के लिए तैयार हैं। कार्यक्रम का आयोजन 26 फरवरी तक कनाॅट प्लेस के प्रतिष्ठित बाबा खड़ग सिंह मार्ग पर किया जाएगा। 

‘हुनर हाट’ का आयोजन अल्पसंख्यक मामलों की योजना USTTAD (Upgrading the Skills & Training in Traditional Arts/Crafts for Development) के तहत राष्ट्रीय अल्पसंख्यक विकास एवं वित्त निगम (NMDFC)  के द्वारा किया जाएगा।

अल्पसंख्यक मामलों के लिए राज्य मंत्री-स्वतन्त्र प्रभार मुख्तार अब्बास नकवी ने यह घोषणा करते हुए बताया कि कार्यक्रम की थीम होगी -क्राॅफ्ट और कुसीन का संगम।

दिल्ली के ‘हुनर हाट’ में 130 स्टाॅलों में कुल 100 कलाकार और 30 पाक कला विशेषज्ञ हिस्सा लेंगे। ‘उस्तादों का बावरचीखाना’ कार्यक्रम के आकर्षण का मुख्य केन्द विन्दु होगा जिसमें देश के विभिन्न हिस्सों से विभिन्न व्यंजनों को पेश किया जाएगा। चुनिंदा कलाकाररों में 5 अल्पसंख्यक समुदायों से कई पुरस्कार विजेता भी शामिल होंगे।

कार्यक्रम में देश के विभिन्न हिस्सों से लोकप्रिय उत्पादों का प्रदर्शन किया जाएगा जैसे मकराना का मार्बल, सीकर से बंधेज, राजस्थान से मोजड़ी, तेलंगाना से बंजारा कढ़ाई, अलीगढ़ से हाथ से बने ताले और दरवाजों के हैण्डल तथा फूल-पत्ती का काम, नागालैण्ड से कोकून से सजे उत्पाद तथा मिज़ोरम से पारम्परिक शिल्पकारी।

15 राज्यों के व्यंजनों में शामिल होंगे- लखनऊ से अवधी मुगलई भोजन, राजस्थान से दाल बाटी चूरमा और थाली, पश्चिमी बंगाल से संदेश और रसगुल्ला, केरल से मालाबारी भोजन और बिहार से लिट्टी चोखा।

कार्यक्रम अल्पसंख्यक समुदायों के कलाकारों और शिल्पकारों को अपनी कला का प्रदर्शन करने और उत्पादों को बेचने का मौका प्रदान करेगा। सराकार आने वाले समय में विभिन्न राज्यों में ‘हुनर हब’   स्थापित करने की योजना भी बना रही है।  

Suvash Chandra Choudhary

Editor-in-Chief

You cannot copy content of this page