शुक्रवार को सडक़ किनारे खून में लथपथ हालत में मिला शव
नाराज ग्रामीणों ने तावडू-नोरंगपुर रोड़ पर लगाया जाम
एसपी व उपायुक्त के आश्वासन पर 6 घंटे बाद खुला जाम
आठ नामजद के विरूद्ध हत्या का मामला दर्ज
यूनुस अलवी
मेवात: मेवात के डिगरहेड़ी डबल मर्डर व डबल गैंगरेप मामले में आरोपी संदीप निवासी गावं मोहम्मदपुर अहीर नंदूकी ढाणी के पिता रामनिवास का शुक्रवार सुबह सडक़ किनारे खून में लथपथ हालत में शव मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। पीडि़त परिजनों का आरोप है की हत्या करने के बाद शव को सडक़ किनारे फेंका गया है। नाराज ग्रामीणों ने रोड़ को जाम कर दिया। सूचना मिलते ही तावडू थाना प्रभारी व डीएसपी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। मामले की गंभीरता को समझते हुए एसएसपी मेवात कुलदीप सिंह व उपायुक्त मनीराम शर्मा भी मौके पर पहुंच गए और नाराज ग्रामीणों को समझाते हुए निष्पक्ष जांच करने का भरोसा दिलाते हुए जाम खोलने व शव को पोस्टमार्टम कराने का आग्रह किया। मगर नाराज ग्रामीण आईजी ममता सिंह के मौके पर आकर पीडि़त परिजन को न्याय दिलाने व जेल में बंद आरोपियों की रिहाई की मांग करते हुए शव को उठाने व जाम खोलने से इंकार कर दिया। मगर देर शाम मामले में आठ नामजद लोगों के विरूद्व हत्या सहित विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज होने के बाद सुबह ९ बजे लगाया गया जाम एसएसपी व उपायुक्त के आशवाशन पर करीबन ६ घंटे बाद खोलते हुए ग्रामीणों ने शव को पोस्टर्माटम के लिए उठा लिया। जाम के कारण वाहन की लंबी कतार लग गई। इसके कारण चालकों व आम लोगों को भारी परेशानी से जूझना पड़ा।
शुक्रवार सुबह नंदू की ढाणी निवासी भूपङ्क्षसह (दूधिया) ने तावडू-मोहम्मदपुर अहीर सडक़ पर सडक़ किनारे रामनिवास का शव पड़ा देखा। जिसके शौर मचाने पर घटना स्थल पर मृतक के परिजन व भारी तायदाद में आसपास के ग्रामीण एकत्रित हो गए। नाराज ग्रामीणों ने जाम लगा दिया। सूचना मिलने पर तावडू थाना प्रभारी व डीएसपी पुलिस बल के साथ मौके पहुंच गए। जिन्होंने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। मगर ग्रामीणों ने आई जी के मौके पर पहुंचने की मांग करते हुए शव का पोस्टमार्टम कराने से मना करते हुए जाम खेलने से मना दिया है।
मृतक के परिजन अनिल, नरेश, मेहन्द्र, बाली , लीलू आदि का आरोप है की गांव डिगरहेड़ी निवासी डा० समसूदीन व उसका एक अन्य साथी गुरूवार रात करीबन ८ बजे गांव मोहम्मदपुर से रामनिवास को अपनी बाइक पर बैठाकर अपने साथ लेकर गए थे। जिन्होंने रामनिवास को नंदू की ढाणी से करीबन एक किलोमीटर पहले उतार दिया। इसके बाद देर रात तक जब रामनिवास घर नहीं पहुंचा, तो परिजनों ने उसे तलाश किया। मगर उसका कोई अता पता नहीं चला।
सुबह गांव के दूधिया भूप सिंह ने रामनिवास का शव को सडक़ के किनारे खून में लथपथ हालत में पड़ा देखा। पीडि़त परिजनों का आरोप है की रामनिवास की हत्या को अंजाम देने के बाद शव को ढाणी के निकट सडक़ किनारे फैंका गया है। मृतक के पीडि़त पुत्र अनिल का कहना है की ९ फरवरी को हर रोज की भांति सुबह १० बजे के करीब उसका पिता गांव मोहम्मदपुर अहीर गया था। देर शाम जब वह घर नहीं लोटा तो उसे ढूढने के लिए वह गांव में गया। पूछताछ करने पर नरेश व राजकुमार निवासी गांव मोहम्मदपुर अहीर ने बताया की उसके पिता को समसू पुत्र बसीर दीन व सुक्का निवासी गांव डिगरहेड़ी मोटर साइकिल पर ८:३० बजे बैठाकर लेकर गए थे।
मगर उसका पिता घर नहींं पहुंचा। पीडि़त ने बताया की शुक्रवार सुबह ७ बजे गंाव के एक व्यक्ति ने बताया की उसके पिता रामनिवास का शव ढाणी के निकट रोड़ पटरी के साथ मृत अवस्था में पड़ा है। पीडि़त का आरोप है की उसके पिता रामनिवास की हत्या में समसूदीन, नियामत पहलवान ,जुहरूदीन, फारूख, फकरू , सुक्का व फाटे निवासी गांव डिगरहेड़ी व अल्ली मोहम्मद निवासी कलियाकी थाना तावडू शामिल है। पुलिस ने मृतक के पुत्र अनिल के ब्यान पर हत्या सहित विभिन्न धाराओं के तहत उक्त लोगों के विरूद्व हत्या का मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
आईजी रिवाड़ी रेंज ममता सिंह का कहना है की नंदू की ढ़ाणी का मामला दुखद घटना है। कानून व्यवस्था को किसी भी सूरत में नहीं बिगडऩे दिया जायेगा। पुलिस मामले की जांच में जुटीं है। मामले में संल्पित को नहीं बख्शा जायेगा। एसएसपी मेवात कुलदीप सिंह का कहना है की मामले की निष्पक्ष जांच की जायेगी। किसी नाजायज को तंग नहीं किया जायेगा और दोषी को बख्शा नहीं जायेगा। उन्होंने कहा जो घटना हुई है वह दुखद घटना है।
उपायुक्त मनिराम शर्मा का कहना है की जिन शरारती तत्वों ने भाईचारे को खराब करने का जो प्रयास किया है। उसे छोड़ा नहीं जायेगा जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन मामले में पूरी तरह नजर बनाए हुए है। जल्द ही इस मामले के दोषियों की पहचान कर उन्हें सख्त सजा दिलायेगी। ग्रामीण व पीडि़त परिवार की मृतक के अंतिम शंस्कार में आरोपी संदीप की पैरोल पर उन्होंने कहा की न्यायलय में अर्जी लगाकर कार्रवाई की जाए। नियमाानुशर प्रशासन मदद करेंगा।