विजयवाड़ा में NDRF के 20वें स्थापना दिवस कार्यक्रम में शामिल में होंगे गृह मंत्री अमित शाह

Font Size

नई दिल्ली :  केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह 19 जनवरी को आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में राष्टीय आपदा मोचन बल (NDRF) के 20वें स्थापना दिवस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेंगे। इस अवसर पर केन्द्रीय गृह मंत्री लगभग 220 करोड़ रुपए लागत की परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास भी करेंगे।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत में अब आपदा प्रबंधन के लिए राहत- केन्द्रित नहीं बल्कि ज़ीरो कैजुअल्टी अप्रोच को अपनाया जा रहा है, जिससे आपदाओं के दौरान Zero Casualty का लक्ष्य हासिल किया जा सके।

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह रविवार को तीन महत्वपूर्ण केन्द्रों के परिसर का लोकार्पण करेंगे, जिनमें National Institute of Disaster Management (NIDM) का दक्षिणी परिसर, NDRF की 10वीं वाहिनी तथा Regional Response Centre (RRC) सुपौल (09वीं वाहिनी) का परिसर शामिल है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के विज़न@2047 के तहत भारत को आपदा प्रतिरोधी बनाने तथा देश में आपदा जोखिम न्यूनीकरण प्रणाली को और मजबूत करने की दिशा में, NIDM तथा NDRF के दोनों संस्थान महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। जहां एक ओर  NDRF आपदा मोचन ( Disaster Response) में अग्रणी भूमिका निभा रहा है वहीं दूसरी ओर  NIDM मानव संसाधन विकास, क्षमता निर्माण, प्रशिक्षण, अनुसंधान, प्रलेखन और नीति निर्धारण की दिशा में अपना बेहद महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है।

श्री शाह रविवार को, राष्ट्रीय पुलिस अकादमी (NPA), हैदराबाद में नई “इंटीग्रेटेड शूटिंग रेंज’ का शिलान्यास भी करेंगे, जहां आईपीएस परिवीक्षाधीन अधिकारियों को फायरिंग कौशल सिखाया जाएगा। यह “इंटीग्रेटेड शूटिंग रेंज’” 50 मीटर लंबी होगी और इसमें 10 लेन होंगी, जिनमें दस व्यक्ति एक साथ फायरिंग अभ्यास कर सकते हैं। ये फायरिंग रेंज हर मौसम में काम करने योग्य, पूरी तरह यंत्रीकृत और स्वचालित होगी और इसे 27 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जा रहा है। इस रेंज की अत्याधुनिक तकनीक अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप है और यह देश के सभी पुलिस संगठनों में अपनी तरह की अनूठी सुविधा होगी।

NDRF की 10वीं वाहिनी ने आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में अपने समर्पण, कुशलता और प्रोफेशनलिज़्म से असाधारण उदाहरण प्रस्तुत किया है। इस वाहिनी ने अपने गठन से लेकर अब तक 800 से अधिक अभियानों में भाग लेते हुए 15,000 से अधिक लोगों की जान बचाई और एक लाख से अधिक नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने वर्ष 2016 में आयोजित Asian Ministerial Conference on Disaster Risk Reduction (AMCDRR) में आपदा न्यूनीकरण के लिए 10 सूत्र दिए थे, जो भारत की आपदा प्रबंधन नीति के मुख्य बिंदुओं के रूप में मार्गदर्शन कर रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा दिए गए दस-सूत्रीय एजेंडे के अनुरूप, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान (NIDM) के तत्वावधान में भारतीय विश्वविद्यालय और संस्थान नेटवर्क (IUINDRR-NIDM) की स्थापना की गई है। इसका उद्देश्य आपदा सहनशीलता में शिक्षा,  अनुसंधान और प्रशिक्षण की भूमिका को उजागर करना और विभिन्न स्तरों पर आपदा जोखिम न्यूनीकरण (DRR) को एकीकृत करने के लिए आदर्श पाठ्यक्रम विकसित करना है।

देश के दक्षिणी भाग की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए, आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम, 2014 के तहत,  केन्द्र सरकार ने आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले में NIDM का दक्षिणी परिसर स्थापित किया है। यह परिसर मई, 2023 से आंशिक रूप से कार्य कर रहा है और यहां बहुत कम समय में ही 44 से अधिक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं तथा आपदा प्रबंधन के विभिन्न पहलुओं में 2130 से अधिक हितधारकों को प्रशिक्षित किया गया है।

Leave a Reply

You cannot copy content of this page