नई दिल्ली : स्वदेशी रूप से निर्मित और निर्देशित मिसाइल विध्वंसक आईएनएस मुंबई बहुराष्ट्रीय अभ्यास ला पेरोस के चौथे संस्करण में भागीदारी कर रहा है। इस संस्करण में ऑस्ट्रेलिया की रॉयल नौसेना, फ्रांसीसी नौसेना, रॉयल नौसेना, संयुक्त राज्य अमरीका की नौसेना, इंडोनेशिया की नौसेना, मलेशिया की रॉयल नौसेना, सिंगापुर की नौसेना और कनाडा की रॉयल नौसेना सहित विभिन्न समुद्री भागीदारों के कर्मी/सतह और उप-सतह परिसंपत्तियों की भागीदारी का साक्ष्य बनेंगी।
इस अभ्यास का उद्देश्य समुद्री निगरानी, समुद्री अवरोधन संचालन और हवाई संचालन के क्षेत्र में सहयोग को बढ़ाते हुए प्रगतिशील प्रशिक्षण और सूचना साझाकरण के संचालन के माध्यम से साझा समुद्री परिस्थिति जागरुकता को विकसित करना है। यह अभ्यास समान विचारधारा वाली नौसेनाओं को बेहतर सामरिक अंतर-संचालन के लिए योजना, समन्वय और सूचना साझाकरण में घनिष्ठ संबंध विकसित करने का अवसर प्रदान करता है। इस अभ्यास में सतह युद्ध, वायु-विरोधी युद्ध, वायु-रक्षा, क्रॉस डेक लैंडिंग और सामरिक युद्धाभ्यास सहित जटिल एवं उन्नत बहु-आयामी अभ्यासों के साथ-साथ वीबीएसएस (विजिट, बोर्ड, सर्च एंड सीजर) संचालन जैसे कांस्टेबुलरी मिशन शामिल होंगे।
इस अभ्यास में भारतीय नौसेना की भागीदारी समान विचारधारा वाली नौसेनाओं के बीच उच्च स्तर का सामंजस्य, समन्वय और अंतर-संचालनशीलता तथा समुद्री क्षेत्र में नियम-आधारित अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
यह यात्रा भारत के सागर (क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास) दृष्टिकोण के अनुरूप है, जिसका उद्देश्य सुरक्षित एवं संरक्षित हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए समुद्री सहयोग और सहभागिता को बढ़ाना है।