मेरी जीत के साथ कैराना, देवबंद व मुरादाबाद में लग जाएगा कर्फ्यू : सुरेश राणा

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शामली की थाना भवन सीट से भाजपा के प्रत्याशी हैं सुरेश राणा

शामली : शामली की थाना भवन सीट से प्रत्याशी भाजपा के सुरेश राणा ने विवादित बयान दे दिया है. राणा ने एक जनसभा के दौरान कहा कि अगर वह जीत गए तो कैराना, देवबंद और मुरादाबाद में कफ्र्यू लग जाएगा.यूपी विधानसभा चुनाव में रफ्तार पकड़ ली है, प्रत्याशी अपनी जीत के लिए कुछ भी करने की कोशिश करते दिख रहे हैं. इसी क्रम में शामली की थानाभवन सीट से बीजेपी प्रत्याशी सुरेश राणा ने विवादित बयान दे डाला. राणा ने एक जनसभा के दौरान कहा कि अगर वह जीत गए तो कैराना, देवबंद और मुरादाबाद में कर्फ्यू लग जाएगा.
भाजपा के पूर्व विधायक सुरेश राणा का ये विवादित वीडियो सोशल साइट पर जमकर वायरल हो रहा है. इस सभा में भारत सरकार में जल संसाधन मंत्री संजीव बालियान भी मौजूद थे.
सुरेश राणा भाजपा के वही चर्चित विधायक है, जिनका मुज़फ्फरनगर दंगो में नाम आया था. जानकारी के मुताबिक शामली के थानाभवन में बीजेपी के प्रत्याशी सुरेश राणा की एक जनसभा आयोजित की गई थी.
भाजपा प्रत्याशी ने मंच से बोलते हुए कहा कि हम हारे तो जश्न मनाया जाएगा कि सुरेश राणा का इलाज कर दिया. अगर हमने मैदान मार लिया तो देवबंद, मुरादाबाद में कर्फ्यू लग जाएगा मित्रों. इसलिए कह रहा हूं कि 11 मार्च को शामली से थानाभवन तक भारत माता की जय का जुलूस होगा. सभी भाई हर हर महादेव का नारा लगाते हुए थानाभवन आएंगे.
उत्तर प्रदेश में 11 फरवरी से 8 मार्च के बीच सात चरणों में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं. कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के अखिलेश धड़े के बीच गठबंधन के बावजूद बहुकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा.
केंद्र में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने के बाद जिस तरह से बीजेपी को दिल्ली और बिहार में करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा है. वैसे में उत्तर प्रदेश का चुनाव प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है.
मुख्यमंत्री चेहरे को सामने न लाकर एक बार फिर बीजेपी ने पीएम मोदी के चेहरे पर दांव खेला है. इसका कितना फायदा उसे इन चुनावों में मिलेगा वह 11 मार्च को सामने आ ही जाएगा.
इस बार उत्तर प्रदेश चुनावों में समाजवादी पार्टी में मचे घमासान के अलावा प्रदेश की कानून-व्यवस्था, सर्जिकल स्ट्राइक, नोटबंदी और विकास का मुद्दा प्रमुख रहने वाला है. जहां एक ओर बीजेपी और बसपा प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर अखिलेश सरकार को घेर रही हैं, वहीं विपक्ष नोटबंदी के फैसले को भी चुनावी मुद्दा बना रहा है.
यूपी विधानसभा में कुल 403 सीटें हैं. 2012 के विधानसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी ने 224 सीट जीतकर पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई थी. पिछले चुनावों में बसपा को 80, बीजेपी को 47, कांग्रेस को 28, रालोद को 9 और अन्य को 24 सीटें मिलीं थीं

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