पर्यावरण के संरक्षण के लिए आमजन पौधारोपण अभियान में बढ़चढक़र करें भागीदारी : डीसी
गुरुग्राम, 12 जुलाई। डीसी निशांत कुमार यादव ने हरियाणा उदय अभियान के ग्रीन गुरुग्राम कार्यक्रम के तहत बुधवार को फर्रूखनगर के गांव जमालपुर स्थित अमृत सरोवर पर ग्रीन गुरुग्राम के नोडल अधिकारी एवं बादशाहपुर के एसडीएम सतीश यादव व पटौदी के एसडीएम संदीप अग्रवाल सहित ग्रामीणों व स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के साथ पौधारोपण किया। बता दें कि गुरुग्राम जिला में ग्रीन गुरुग्राम कार्यक्रम के तहत जुलाई माह में स्कूल, कॉलेज, सभी अमृत सरोवर व सरकारी प्रतिष्ठानों में एक लाख पौधे लगाने का लक्ष्य है।
डीसी निशांत कुमार यादव ने इस मौके पर नागरिकों को संबोधित करते हुए कहा कि पर्यावरण को संरक्षित रखना हम सबकी जिम्मेदारी है और इसे संरक्षित रखने में पौधों की सबसे बड़ी भूमिका होती है। उन्होंने कहा कि विकास के साथ पर्यावरण को भी नुकसान होता है। इस क्षति की पूर्ति करने के लिए हम सबको पौधारोपण करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार और प्रशासन पर्यावरण संरक्षण और संवर्धन के प्रति पूरी तरह गंभीर है। जिला प्रशासन की ओर से हरियाणा उदय आउटरीच कार्यक्रमों की श्रृंखला में विभिन्न सामाजिक गतिविधियां आयोजित करने के साथ पौधारोपण अभियान भी चलाया जा रहा है, जिसमें सभी को बढ़ चढक़र भागीदारी करते हुए अधिक से अधिक पौधे लगाने और उनकी देखभाल का संकल्प लेना चाहिए। उन्होंने बताया कि ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन की समस्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही हैं। इससे निपटने का एक ही प्राकृतिक तरीका है, वृक्षारोपण। पेड़ हवा में मौजूद जहरीली गैस जैसे सल्फर डाइऑक्साइड, नाइट्रोजन ऑक्साइड और छोटे कण को अवशोषित कर सकते हैं।
डीसी ने अपने संबोधन में मत्स्य पुराण के एक प्रमुख कथन का जिक्र करते हुए कहा कि ‘दस कुओं के बराबर एक बावड़ी होती है और दस बावड़ियों के बराबर एक तालाब होता है। दस तालाबों के बराबर के एक पुत्र होता है और 10 पुत्रों के बराबर एक पेड़ होता है। इसलिए तालाब और पेड़ निश्चित रूप से हमारी संस्कृति के बहुत करीब रहे हैं। उन्होंने कहा कि आधुनिकता के साथ हुए व्यापक बदलावों ने भूजल स्तर को खराब करने के साथ साथ प्रदूषित भी किया है। गिरते भूजल स्तर के कारण हमारी फसलों की उत्पादन क्षमता में भी कमी आई है। जिसके चलते हमारे किसानों को केमिकल्स व फर्टीलाइजर का सहारा लेना पड़ रहा है। ऐसे में गुरुग्राम जिला के विभिन्न गांवों में बनाये गए 80 अमृत सरोवर भूजल स्तर को बढ़ाने में निश्चित ही एक बड़ा बदलाव लेकर आएंगे।
डीसी ने कहा कि पौधे लगाने के बाद उनकी देखभाल करना भी उतना ही जरूरी है। एक पौधा वृक्ष बनकर बहुमूल्य ऑक्सीजन नि: शुल्क प्रदान करता है। इसलिए वृक्षों की महत्ता को कभी कम नहीं आंकना चाहिए। उन्होंने कहा कि पर्यावरण प्रदूषण और बढ़ते तापमान को देखते हुए हमारे इर्द-गिर्द हरियाली का होना बहुत जरूरी है। वनों के विकास से ही मानव का विकास संभव है। प्रकृति और मानव जीवन साथ-साथ चलता है। इसलिए हमें वन क्षेत्र को बढ़ाना चाहिए और अधिक से अधिक पौधारोपण करना चाहिए। डीसी ने इस दौरान अमृत सरोवर पर करवाए गए विकास कार्यों का भी जायजा लिया।
इस अवसर पर हरियाणा उदय कार्यक्रम के तहत चलाए जा रहे अभियान ग्रीन गुरुग्राम के नोडल अधिकारी एवं बादशाहपुर के एसडीएम सतीश यादव, पटौदी के एसडीएम संदीप अग्रवाल, पंचायती राज के एक्सईएन सुधीर मोहन, बीडीपीओ फर्रुखनगर नरेश कुमार सहित अन्य विभागों के अधिकारी व गांव जमालपुर के ग्रामीण उपस्थित रहे।