-भारत के संसदीय इतिहास में पहली बार अब नेहरु -गांधी परिवार के तीन सदस्य एक साथ संसद में होंगे मौजूद
सुभाष चन्द्र चौधरी /The Public World
नई दिल्ली : भारत के संसदीय इतिहास में नेहरु -गांधी परिवार के तीन सदस्य एक साथ संसद में मौजूद होने का आज रिकॉर्ड कायम बन गया. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने परिवार के तीसरे सदस्य के रूप में वायनाड से ऐतिहासिक जीत दर्ज कर आज लोकसभा सांसद के रूप में शपथ ली . इसके साथ ही संसद में गांधी परिवार के तीसरे सदस्य की भी उपस्थिति अब देखने को मिलेगी जिससे पार्टी और परिवार दोनों को राजनीतिक मजबूती मिलेगी. उन्हें लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने शपथ दिलाई .
लोकसभा की सदस्यता ग्रहण करने के साथ ही कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने आज संसद में अपनी नई व प्रत्यक्ष राजनीतिक सक्रीय करियर की शुरुआत की. वायनाड लोकसभा उपचुनाव में चार लाख से ज्यादा मतों से ऐतिहासिक जीत दर्ज करने के बाद उन्होंने लोकसभा सदस्य के रूप में शपथ ली. संसद भवन में प्रवेश के दौरान उन्होंने अपनी खुशी जाहिर की और कहा कि ये उनके लिए गौरवपूर्ण क्षण है.
आज समय से पूर्व ही प्रियंका गांधी अपनी मां सोनिया गांधी और भाई राहुल गांधी के साथ संसद भवन पहुंचीं. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला की उपस्थिति में सेक्रेटरी जनरल ने प्रियंका गांधी का नाम शपथ ग्रहण के लिए पुकारा. इसके बाद उन्होंने संविधान की प्रति हाथ में लेकर पद और गोपनीयता की शपथ ली. उनका आत्मविश्वास और उत्साह शपथ ग्रहण के दौरान उफान पर नजर आया. उन्होंने शपथ ग्रहण के बाद इंदिरा गांधी का सबसे प्यारा नारा ” जय हिन्द ” बोला और लोकसभा अध्यक्ष का धन्यवाद कर सीट पर बैठी .
उल्लेखनीय है कि केरल राज्य के वायनाड लोकसभा उपचुनाव में प्रियंका ने राहुल गांधी की खाली की गई सीट पर चार लाख से ज्यादा मतों से जीत दर्ज की. जाहिर है ये जीत कांग्रेस के लिए एक बड़ी सफलता के रूप में देखी जा रही है.
प्रियंका के लोकसभा में पहुंचने के साथ ही गांधी परिवार के संसद में तीन सदस्य सक्रिय हो गये हैं . राहुल गांधी रायबरेली से लोकसभा सांसद हैं. प्रियंका वायनाड से सांसद चुनी गई हैं और सोनिया गांधी राजस्थान से राज्यसभा सांसद के रूप में चुनी गई हैं. इससे कांग्रेस के अंदर गांधी परिवार की राजनीतिक ताकत और बढ़ी है.
संसद में प्रियंका गांधी की एंट्री कांग्रेस के लिए एक नई उम्मीद है. माना जा रहा है कि बतौर सांसद उनका ध्यान केंद्र सरकार की नीतियों की आलोचना करने और विपक्ष की आवाज को मजबूत बनाने पर रहेगा. प्रियंका के आगमन से कांग्रेस और गांधी परिवार की राजनीतिक भूमिका और प्रभाव बढ़ने की उम्मीद है.
प्रियंका गांधी ने हाल के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के लिए बड़ा योगदान दिया. हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, केरल, और तेलंगाना में उन्होंने चुनाव प्रचार की कमान संभाली. उनके प्रभावी नेतृत्व और भाषणों ने कांग्रेस को कई राज्यों में मजबूती प्रदान की.
संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार (25 नवंबर) से शुरू हो चुका है और ये 20 दिसंबर तक चलेगा. इस सत्र में विपक्ष महंगाई और अडानी विवाद जैसे मुद्दों को लेकर सरकार पर दबाव बना रहा है. ऐसे में प्रियंका गांधी की उपस्थिति से विपक्ष को एक नई ऊर्जा मिल सकती है .