दस साल से शमशाबाद खैंचातान गांव के लोगों को नहीं है वोट डालने का अधिकार

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 नगर पालिका बनाते समय अधिकारियों ने वंचित कर दिया था

आगामी 31 मार्च से पहले गांव को एडजस्ट कर दिया जाऐगा  : विधायक

 अपनी पंचायत नहीं होने से गंदगी के लगे हुए हैं गांव में अंबार

यूनुस अलवी

मेवात :   करीब दस साल पहले सरकार ने पुन्हाना को नगर पालिका बनाते समय गांव शमशाबाद खैंचातान के लोगों का अधिकारियों कि लापरवाही से वोट डालने का अधिकार छीन लिया था। जिसकी वजह से गांव के सैंकडों वोटर पिछले दस साल से अपनी पंचायत चुनने से वंचित रहे गये हैं। इतना ही नहीं गांव के लोगो को नगर पालिका में वोट डालने का भी अधिकार नहीं हैं। गांव शमशाबाद खैंचातान कि अपनी पंचायत और नगर पालिका में शामिल ना होने से गांव में गंदगी के अंबार लगे हुऐ हैं। 

   गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला कि सरकार ने कब आबादी की वजह से प्रदेश में कई नगर पालिका तोड कर पंचायत बना दी थी। जिसमें पुन्हाना नगर पालिका तोड नकनपुर और पुन्हाना पंचायत का दर्जा दे दिया गया था। वर्ष 2008 में काग्रेस सरकार ने पुन्हाना का क्षेत्र बढाकर दुबारा से नगर पालिका दर्जा दे दिया था। पुन्हाना नगर पालिका में नकनपुर और पुन्हाना पंचायत के अलावा बास दल्लला, पटपडबास और पटाकपुर गांवों को जोड दिया था। अधिकारियों कि लापरवाही से काफी समय से पटाकपुर ग्राम पंचायत का हिस्सा रहे शमशाबाद खैंचेतान को नगर पालिका में शामिल नहीं किया गया और ना ही गांव की अलग पंचायत बनाई गई और ने ही किसी दूसरी पंचायत में इस गांव को जोडा गया। जिसकी वजह से शमशाबाद खैंचेतान के करीब साडे तीन सौ वोटर अपना वोट डालने से वंचित रहे गये। इस इस गांव के लोगों को पंचायत के चुनावों में अपना वोट डालने का कोई अधिकार नहीं है। शामशबाद गांव के लोग केवल विधान सभ और लोकसभा में ही वोट डाल सकते हंै।

   गांव शमशाबाद खैचातान निवासी एंव पूर्व ब्लोक समिति सदस्य शमशुदीन ने बताया कि जब उनके गांव के लोगों को पता चला कि उनके गांव को ना तो नगर पालिका में जोडा गया है और ना ही किसी पंचायत में शामिल किया गया है और ना ही उनकी अलग पंचायत बनाई गई है। उन्होने बताया कि गांव के अलग पंचायत बनाने या फिर नगर पालिका में जोडने के लिये अधिकारी और नेताओं से पिछले दस साल से वे शिकायत करते आ रहे हैं लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है।

 उन्होने बताया कि पहले गांव शमशाबाद खैंचातान पटाकरपुर ग्राम पंचायत में शामिल था। पटाकपुर पंचायत को शामिल करने कि बजाये अधिकारियों कि लापरवाही से नगर पालिका में केवल पटाकपुर गांव को जोड दिया गया जिससे उनके गांव के लोगो को वोट डालने से वंचित कर दिया गया है। पिछले दस साल से उनके गांव के लोगो को वोट डालने का कोई अधिकार नहीं हैं।

   गांव शमशाबाद निवासी याकूब और सलामुदीन का कहना है कि उनकी अपनी पंचायत ना होने कि वजह से गांव में विकास नाम की कोई चीज नहीं हैं। सभी गलियों में कीचड भरी हुई है। रात के समय तो उन गलियों से कोई निकल नहीं सकता है। नमाज पढने के लिये मस्जिद में जाने वाले लोग अकसर गिर जाते हैं जिसकी वजह से उनके नमाज के कपडे खराब हो जाते हैं।

क्या कहते हैं विधायक ?

   पुन्हाना से विधायक रहीश खान ने माना कि पटाकपुर पंचायत को शामिल करते से अधिकारियो से लारवाही हो गई थी। उन्होने पूरी पटाकपुर पंचायत को शामिल करने कि बजाये केवल पटाकपुर गांव को ही शामिल कर लिया था जिसकी वजह से गांव शमशाबाद खैंचातान वंचित रहे गया। उन्होने दावा किया कि 31 मार्च से पहले गांव शमशाबाद को या तो किसी पंचायत में या फिर पुनहाना नगर पालिका में मिलाकर सभी लोगों को फिर से वोट देने का अधिकार दे दिला दिया जाऐगा।

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