अमेरिका पर 20 हजार अरब डॉलर से अधिक का कर्ज
एक लाख अरब डॉलर की देनदारियों के लिए पैसे नहीं
वॉशिंगटन : लगता है अमेरिकन राष्ट्रपति चुनाव में इस बार इस देश के बारे में वह सब कुछ सुनने व जानने को मिलेगा जों दुनिया के अन्य देशों में भी सुनने को मिलता रहा है. क्योंकि रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप अब अमेरिका की पोल खोलने में लगा गए हैं. ट्रंप ने मंगलवार को कोलारैडो में अपने चुनावी भाषण में यह कह कर दुनिया को चौका दिया है कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था का हाल खस्ता है. उनके अनुसार अमेरिका पर 20 हजार अरब डॉलर से अधिक का कर्ज है जबकि एक लाख अरब डॉलर की ऐसी देनदारियां हैं जिनको चुकाने के लिए इस देश के पास पैसे नहीं हैं. उनके इस शब्द से किसी को भी हैरानी हो सकती है कि “ अमेरिकी अर्थव्यवस्था पूरी तरह ‘डूब’ चुकी है.”
हालाँकि ट्रम्प ने कहा कि अमेरिका दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है पर यह अपनी बदहाली कि स्थिति में है और अधिक वेतन वाली नौकरियां अब सृजित करने की स्थिति में नहीं है.
चुनावी रैली में उन्होंने कहा कि हमारा देश डूब चुका है। उन्होंने कहा कि हमारे नेताओं की अक्षमता के कारण व्यापार घाटा भी बहुत अधिक है जो 800 अरब डॉलर सालाना पहुंच गया है। स्कूलों कि हालत ठीक नहीं है, अपराध बढ़ रहे हैं, सेना का संकुचन हो रहा है व सीमाएं खुली हैं.
ट्रंप ने कहा कि हर महीने यहाँ नस्ली हिंसा हो रही है। उन्होंने आगाह किया कि अगर हमने व्यवस्था में सुधर नहीं किया तो बदहाल अमेरिका ही हमारे पास होगा।