यूनुस अलवी
मेवात : मंगलवार को 17वां रोज़ा था। रोज़ा रखने वाले रोज़ेदार इस महीने में एक एक मिनिट तक का हिसाब रखते है। पिछले 17 दिनों में इलाके में पर्याप्त बिजली और पीने का पानी न मिलने और अभी तक मेवात इलाके में बारिश न होने की वजह है। रोज़ा रखना काफी कठिन हो गया है। फिलहाल सुब्हे 3:56 से पहले लोग सहरी कर लेते है तथा शाम करीब 7:22 पर रोज़ा खोलते है। हारून सरपंच उमरा ओर मुबीन का कहना है कि गर्मी कितनी है, बारिश हो नही रही है रोज़ा लंबा है इससे कोई फर्क नही पड़ता बल्कि इंसान के अंदर आस्था और अल्लाह के खोफ के आगे ये ना के बराबर है। उनका कहना है कि जब अल्लाह ने रोज़ा इंसान पर फ़र्ज़ किया है और छोड़ने पर गुनाह होता है तो कोई मुसलमान किसी भी कीमत पर रोज़ा नही छोड़ सकता है।
लोगो ने की खरीददारी
ज्यों ज्यो ईद का त्योहार नजदीक आ रही है लोगो ने कपड़े, घर का सामान आदि खरीदना शुरू कर दिया है। रमज़ान के महीने में एक रुपए खर्च करने पर 70 रुपए मिलता है इसी की असस्था के चलते लोग रमज़ान के महीने में जियादा खरीदारी करते है। केई परिवार तो बेटा ओर बेटी की शादी का सामान भी रमजान के महीने में खरीदकर रख लेते है।
रोज़ा इफ्तार कराकर मनाया बेटे का जन्म दिवस
बिमलेश तिवारी मेवात में जिला महामारी रोग वेशेषज्ञ के पद पर कार्यत है। आज उनके बेटे हर्ष तिवारी का पहला जन्म दिन है । हर्ष पिछली साल 13 जून को रमजान के महीने में पैदा हुआ था। तिवारी के उसका बेटा हर्ष शादी के 12 साल बाद पैदा हुआ। इसी खुशी में बिमलेश तिवारी ने अपने बेटे का जन्म दिवस रोज़ा इफ्तार कराकर मनाया। बिमलेश का कहना है कि उसको पहले बेटे के रूप में 12 साल बाद खुर्शी मिली। हर्ष की पैदाइश रमजान के महीने में हुए इसलिए उनके दिल मे रमजान महीने की बड़ी अहमियत है। वो हर साल अपने बेटे का जन्म दिवस लोगो को रोज़ा इफ्तार कराकर मनाएगा। उसके हर्ष पहली संतान है।
इस मौके पर इलाके के काफी रोज़ेदार ओर प्रमुख लोग मौजूद थे। वही रोज़ेदारों में कमलेश तिवारी के बैठे हर्ष कुमार की लंबी आयु की इफ्तार के समय दुआ मांगी।