गांवों से पलायन रोकेंगे 60 हजार ग्रवित युवा : मनोहर लाल

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चण्डीगढ़ :  हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि गांवों मेें शहरों जैसी सुविधाएं देने व गांव के अंतिम व्यक्ति तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने में मदद के लिए करीब 60 हजार ग्रवित युवाओं की टीम तैयार की जाएगी, ताकि युवाओं की ऊर्जा व क्षमता का सकारात्मक दिशा में उपयोग हो सके।

मुख्यमंत्री आज रोहतक में ‘ग्रवित-ग्रामीण विकास के लिए तरूण-शिक्षित से सक्षम की ओर’ कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे। उन्होंने इस अवसर पर ग्रवित स्वयंसेवकों का  प्रशिक्षण व पंचायत प्रतिनिधियों के लिए तीन महीने सर्टीफिकेट कोर्र्स का शुभारंभ किया तथा कोर्स के संबंधित पाठ्यक्रम व पम्पलेट का विमोचन भी किया।

उन्होंने कहा कि भ्रष्टतंत्र से बाहर निकलने के लिए ज्ञान जरूरी है। सरकार ने प्रदेश में पढ़ी-लिखी पंचायतों का चयन सुनिश्चित किया, ताकि वे गांव का विकास अच्छी प्रकार से कर पाएं तथा सरकार की योजनाओं का अंतिम व्यक्ति तक लाभ पंहुचा सके। उन्होंने कहा कि हरियाणा की भूमि पर लड़ाई के मैदान में भी समाज की भलाई व न्याय व सत्य के लिए लडऩे की शिक्षा स्वयं भगवान श्री कृष्ण ने दी है।

उन्होंने आशा व्यक्त की कि ग्रवित युवा समाज निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगें। उन्होंने कहा कि गांवों से पलायन तथा शहरों मेें बढ़ते दबाव को रोकने के लिए गांव में सभी प्रकार की सुविधाएं देना अनिवार्य हो गया है। 60 हजार ग्रवित युवा व करीब 60 हजार पंचायत प्रतिनिधि यदि मिलकर गांव की भलाई के लिए कार्य करेंगें तो प्रदेश में विकास की एक नई क्रांति आएगी। उन्होंने कहा कि देश में अनेक ऐसे समाजसेवी हुए जिन्होंने बिना किसी आर्थिक व सरकारी मदद के ग्रामीणों के साथ मिलकर गांव का विकास करवाया, इसलिए ये ग्रवित युवा गांव में अनेक ऐसे कार्य है जिन्हें ग्रामीणों के साथ मिलकर स्वयं बिना किसी मदद के पूरा करवा सकते है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार के 27 माह के कार्यकाल में अनेक व्यवस्था परिवर्तन किए तथा कई नई व्यवस्थाओं को अंजाम देकर सरकारी योजनाओं का अंतिम व्यक्ति तक लाभ पंहुचाना सुनिश्चित किया है। सरकार ने पंडित दीन दयाल उपाध्याय के आखिरी व्यक्ति तक लाभ पंहुचाने के विचार को अपनाया तथा उनके हित के लिए अनेक योजनाएं शुरू की। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि गांव के व्यक्ति को हर प्रकार से सशक्त बनाया जाए तथा इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर शुरू किये गए इन कार्यक्रमों से युवाओं की ऊर्जा का सही दिशा में उपयोग हो सकेगा। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद व ग्राम स्वराज्य की परिकल्पना करने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जैसे महापुरुषों ने भी युवा व ग्रामीण विकास का सपना देखा।

            केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि उन्होंने कहा कि टाटा ट्रस्ट भी पूरे देश में 600 जिलों में अच्छे वेतन पर एक-एक कार्यकर्ता को स्वच्छता प्रोग्राम से जोड़ेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के तहत वर्ष 2022 तक देश के करीब 6 करोड़ लोगों को मकान उपलब्ध करवाए जाएगें। उन्होंने कहा कि ग्रवित योजना को पूरे देश में शुरू करने के लिए सभी प्रदेशों के पंचायत मंत्रियों से विचार विमर्श किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि भारत में हमेशा तीन प्रधानताएं रही, जिनमें गांव प्रधान, कृषि प्रधान व धर्म प्रधान शामिल है। इन प्रधानताओं के अनुरूप शिक्षा, स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों के लिए अनेक योजना बननी थी तथा पंचायतीराज संस्थाओं की मजबूती पर ध्यान देने की आवश्यकता थी। इसके लिए पंचायतीराज संस्थाओं के प्रतिनिधियों को तकनीकि ज्ञान व उनकी क्षमताओं में बढ़ोतरी करना आवश्यक था लेकिन इस तरफ पिछली सरकारों ने ध्यान नहीं दिया।

उन्होंने कहा कि मन में जज्बा व दूरदृष्टि हो तो पैसे का अभाव भी मायने नहीं रखता। अगर सरपंच व जागरूक ग्रामीण चाहे तो गांव को स्वर्ग बना सकते है। उन्होंने कहा कि ग्रवित युवाओं को प्रशिक्षण निश्चित रूप से गांव की भलाई में मजबूत कड़ी साबित होगा। उन्होंने खुशी जाहिर की कि हरियाणा जल्द ही खुले में शौचमुक्त होने जा रहा है।

            हरियाणा के विकास एवं पंचायत मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि ग्रवित युवाओं में लीडरशिप का विकास किया जाएगा तथा वे ग्रामीण जीवन के परिर्वतन में एक मजबूत कड़ी के रूप में कार्य कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता आन्दोलन में नेताजी सुभाष चंद्र बोस का महत्वपूर्ण योगदान रहा, उन्हीं के आदर्शों से प्रेरित होकर आज उनकी जयंती पर ग्रवित व पंचायतों के लिए सर्टीफिकेट कोर्स शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने प्रदेश में शिक्षित पंचायतें चुनी। अब उन्हें सक्षम बनाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है ताकि वे अपने दायित्वों व कर्तव्यों का ईमानदारी से निर्वहन कर सके। उन्होंने कहा कि गांव के अनेक लोग अच्छे पदों पर या उद्योगपति हैं। ऐसे लोगों की मदद से भी गांव का विकास करवाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सरपंच गांवों को जोखिम फ्री बनाएं, इसके लिए फसल व पशु बीमा करवाएं। गांव में सभी बच्चों का दाखिला स्कूल में करवाएं तथा स्कूल से बच्चों का ड्रापआऊट न होने दें तथा खुले में शौच बंद करें तथा गंदगी न फैलाते हुए स्वच्छता की ओर बढ़े।

            हरियाणा के वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु ने कहा कि अगले बजट सत्र में सरकार ऐसी योजनाओं पर काम करेगी, जिसमें सरकार के प्रत्येक विभाग को यह बताना होगा कि वह शहरों की तुलना में गांवों में कितना खर्च करेगा। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि पंचायतों को शिक्षित, सक्षम, समर्थ व योग्य बनाया जाए, ताकि जनहित की योजनाओं का हर व्यक्ति को सीधा लाभ मिले। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में पंचायत मजबूत कड़ी हैं। उन्होंने कहा कि भारत को मूल रूप में पहुंचाने की ओर कार्य किया जा रहा है, जिसमें वह विश्वगुरू व सोने की चिडिय़ा होता था। उन्होंने कहा कि जब तक सभी योजनाओं का अन्तिम व्यक्ति तक लाभ नहीं पहुंचेगा, तब तक किसी भी प्रकार की आजादी बेमानी है। उन्होंने कहा कि प्राचीन समय से पंच, सरपंच के निर्णयों को सर्वोपरि माना जाता था। इसलिए सरकार ने पंचायतों को मजबूती देने के लिए सर्टीफिकेट शुरू किया है।

            हरियाणा के सहकारिता राज्य मंत्री मनीष कुमार ग्रोवर ने कहा कि स्वर्ण जयंती वर्ष में सरकार लोकतंत्र की सबसे मजबूत कड़ी पंचायतों को मजबूत बनाने की दिशा में कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि अगर गांव में विकास होगा तो गांवों से शहरों की ओर पलायन नहीं होगा तथा शहरों में बढ़ता दबाव रूकेगा।

            कार्यक्रम में काहनौर के सरपंच अमित कुमार ने सरकार की इन योजनाओं को अनूठी बताया कि तथा कहा कि इन योजनाओं के शुरू होने से पंचायत प्रतिनिधियों को अपने कर्तव्य व उत्तरदायित्व निभाने में आसानी होगी।

            इससे पहले मदवि के कुलपति प्रो0 बी.के.पूनिया ने सर्टीफिकेट कोर्स के बारे में विस्तार से जानकारी दी। विकास एवं पंचायत विभाग हरियाणा की अतिरिक्त मुख्य सचिव नवराज संधु ने सभी अतिथियों का स्वागत किया तथा कार्यक्रम के अंत में निदेशक पंचायत विभाग अशोक कुमार मीणा ने सभी का धन्यवाद किया।

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