चंडीगढ़ : आंध्रप्रदेश के अमरावती में 10, 11 व 12 फरवरी 2017 को राष्ट्रीय महिला संसद का आयोजन किया जाएगा जिसमें हरियाणा की कई महिला विधायक हिस्सा लेंगी। इस संसद में महिलाओं को सशक्त करने तथा लोकतंत्र में इनको सहभागी बनाने की दिशा में सकारात्मक कदम उठाने पर विचार-विमर्श होगा।
हरियाणा विधानसभा की उप सभापति संतोष यादव,महिला एवं बाल विकास मंत्री कविता जैन तथा एमआईटी स्कूल ऑफ मैनेजमैंट,पुणे की संचालिका डॉ. सायली गणकर ने आज यहां विधानसभा के कमेटी रूम में यह जानकारी एक संयुक्त प्रैस वार्ता के दौरान दी।
उन्होंने बताया कि उक्त राष्ट्रीय महिला संसद में महिला सशक्तिकरण में सामाजिक एवं राजनैतिक चुनौतियां,निर्णय प्रक्रिया में महिलाओं का स्थान,स्वयं को आदर्श के रूप में स्थापित करने,महिला सशक्तिकरण में लोकशाही प्रक्रिया,स्वयं की पहचान और भविष्य की दिशा जैसे ज्वलंत मुद्दों पर विस्तार से चर्चा होगी।
उन्होंने बताया कि इस महिला संसद में देशभर की 401 महिला विधायकों,91 सांसदों को निमंत्रित किया गया है। इनके अलावा 10 हजार छात्राएं भी इस कार्यक्रम में हिस्सा लेंगी। उन्होंने बताया कि समाज में महिलाओं की सामाजिक ,आर्थिक व राजैनतिक स्थिति में तभी सुधार होगा जब उनमें नेतृत्व क्षमता का विकास होगा।
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा हरियाणा के पानीपत से शुरू किए गए ‘बेटी बचाओ,बेटी पढ़ाओ’ अभियान को चुनौति के रूप में आरंभ किए गए कार्य की सराहना की। उन्होंने कहा कि श्री मोदी ने जब इस अभियान की लांचिग की थी उस वक्त राज्य में 1000 लडक़ों की तुलना में 848 लड़कियां थी परंतु अब यह आंकड़ा 912 को पार कर गया है।
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा शुरू की गई ‘सुकन्या समृद्धि खाता योजना’, ‘आपकी बेटी,हमारी बेटी योजना’, ‘वन स्टॉप सैंटर’,वुमैन हैल्प लाइन और महिला पुलिस वालंटियर जैसी योजनाएं आरंभ किए जाने के सकारात्मक परिणाम आए हंै। हरियाणा में महिलाओं को आर्थिक एवं चिकित्सीय लाभ देने के लिए ‘हरियाणा कन्या कोष’ का गठन किया गया है। इसके अलावा राज्यस्तरीय महिला सम्मान की स्थापना की गई है।