सात दिवसीय आवासीय एन एस एस शिविर का गुरुग्राम में रंगारंग समापन
गुरुग्राम : लायंस पब्लिक स्कूल, सैक्टर 10 ए में सात दिनों से चल रहे आवासीय शिविर का समापन “ हर समस्या का हल होगा, आज नहीं तो कल होगा ” आशा व उम्मीद की किरण जगाने वाले इस टैग लाइन पर आधारित नुक्कड़ नाटक के सजीव मंचन के साथ हुआ. शिविर में भाग ले रहे छात्रों ने इस नाटक के माध्यम से स्कूल प्रांगण में मौजूद श्रोताओं को यह समझाने की कोशिश की कि देश में फैले भ्रष्टाचार व काले धन की समस्या का निदान भी संभव है लेकिन हमें एकजुटता से इसकी कोशिश करनी होगी. समापन समारोह में बच्चों ने पीएम नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू किये गए Digital India, ‘To Promote Cashless Transactions’, E- Banking- Linking to Aadhar’ , ‘Cashless India’ jaise अभियान के प्रशिक्षण की झांकी प्रस्तुत की जबकि , Personal Hygiene and You’, ‘Life Skill-Say No To Drugs’ , जैसे आवश्यक विषय पर प्राप्त प्रशिक्षण का अनुभव भी अतिथियों के साथ साझा किया.
आज के समारोह में बच्चों की दमदार अभिव्यक्ति से स्पष्ट हो रहा था कि इस सात दिवसीय आवासीय, एन एस एस शिविर को सार्थक व सफल बनाने में लायंस पब्लिक स्कूल की अध्यापिकाओं व कार्यक्रम अधिकारी एवं प्रबंधक ने पूरी तन्मयता से काम किया. कहना न होगा कि पूरे कार्यक्रम का दौरान शिविर के स्वयंसेवकों का उत्साह भी देखने लायक था और ऐसा हो भी क्यों नहीं क्योंकि प्रबंधक राजीव कुमार के अनुसार इनमें से कईयों को तो पहली बार घर से बाहर अपने माता-पिता से दूर पूरा एक सप्ताह ऐसे माहौल में गुजारने का अवसर प्राप्त हुआ जो पौराणिक काल के गुरुकुल परम्परा की याद ताजा करता है. इस शिविर की सफलता का राज बच्चों द्वारा अनुशासन में रह कर विविध विषयों पर मंथन करने का योगदान को भी जाता है.
समापन समारोह का मंचन सञ्चालन करते हुए उप प्रधानाचार्या इन्दु कौशिक ने सप्तदिवसीय शिविर की उपयोगिता को रेखांकित किया. समापन समारोह में वरिष्ठ प्रधानाचार्या डा. नीलिमा प्रकाश ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए शिविर की प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला और इसे बच्चों से अपने जीवन में लागू करने की प्रेरणा दी.
इस अवसर पर पूर्व चेयरमेन लायन एच. एल डांग ने छात्रों को संबोधित करते हुआ कहा कि इस शिविर की सफलता तभी होगी जब बच्चे इसे जीवन में उतारेंगे और समाज को भी अपने अनुभव से लाभान्वित करेंगे. उन्होंने बच्चों द्वारा तैयार लच्छा पराठा के स्वाद की सराहना करते हुए कहा की कुकिंग करना भी एक कला है जो हमारे लिए अनिवार्य है. साथ ही उन्होंने शिविर में चर्चा के लिए चयनित “ नो ड्रग्स ” विषय के लिए शिक्षकों की सराहना की.
लायन क्लब गुडगाँव सिटी के चेयरमैन लायन अनिल बाधवा ने शिविर के वातावरण की चर्चा करते हुए अपने बचपन की याद ताजा की और उन दिनों को पुनः वापस आने की कामना भी की. उन्होंने लायन क्लब और स्कूल मैनेजमेंट की ओर से इस शिविर के आयोजन के निर्णय को सराहा.
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि लायन डी.वी. तनेजा, पूर्व चेयरमेन ने संबोधन में स्पष्ट किया कि मैनेजमेंट की बैठक में एन एस एस शिविर आयोजन का प्रस्ताव मेरे द्वारा उठाया गया था लेकिन तब मुझे कुछ आशंकाएं थीं लेकिन आज बच्चों के परफॉरमेंस को देखते हुए मैं कह सकता हूँ की यह निर्णय सही था. उन्होंने कहा की प्रत्येक व्यक्ति में अच्छी व बुरी दोनों बातें हैं लेकिन शिविर में लगता है कई अच्छी बातों की बहुलता रही है. और सात दिन बच्चों के लिए बेहद अलग प्रकार के अनुभव देने वाले जीवन काल रहे हैं. उन्होंने बच्चों को जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा दी।
स्कूल के चेयरमेन लायन ए. सी. गोयल ने अपने संबोधन में इस शिविर की सफलता के लिए सभी अध्यापक, प्राचार्य व मेनेजर राजीव कुमार को बधाई दी. साथ ही भविष्य में भी ऐसे शिविर के आयोजन का सुझाव दिया जिससे बच्चे आत्मनिर्भर बनने की सीख प्राप्त कर सकें. उनके शब्दों में यह व्यक्तित्व विकास का सबसे सटीक प्लेटफार्म है.
शिविर के समापन समारोह में उपस्थित अतिथियों का धन्यवाद करते हुए लायंस पब्लिक स्कूल के मेनेजर राजीव कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन में बताया कि स्कूल मैनेजमेंट की बैठक में सबसे पहले प्रस्ताव आया की बच्चों के व्यक्तित्व विकास के लिए एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटी कराने पर बल दिया जाए. तब हमारे समक्ष एन एस एस., एन सी सी एवं स्काउट तीन विकल्प थे. उनके अनुसार एन सी सी में कवल 36 बच्चों का प्लाटून बनाने का प्रावधान है जबकि एन एस एस में 100 बच्चों को शामिल करने का. और एन एस एस का ध्येय विशुद्ध रूप से सामाजिक विकास व जागरुकता है जो लायंस क्लब का भी ध्येय है. इसलिए लायन डी वी तनेजा इस बात पर सहमत हुए कि हमें एन एस एस शिविर ही अपनाना चाहिए. अतएव हमने 2015 में एन एस एस शिविर की अनुमती के लिए आवेदन किया और 29 फरबरी 2016 को पंचकुला से स्वीकृति मिली , हमारे प्रोग्राम अधिकारी किरण बाला को योग्य पाया गया और फिर शिविर आयोजन का यह कारवां चल पड़ा. इस कड़ी में हमने सबसे पहला शिविर 23 जुलाई 2016 को डे कैंप के रूप में , 3 सितम्बर 16 को दूसरा कैंप, बेटी बचाओ बेटी पढाओ, 22 अक्तूबर 16 को तीसरा कैंप हेल्थ एंड न्यूट्रीशन विषय पर फिर 31 अक्टूबर 16 को सरदार बल्लभ भाई पटेल के जन्म दिवस पर राष्ट्रीय एकता दिवस विषय लिया और अब सात दिवसीय आवासीय शिविर जो अनिवार्य था 2 जनवरी 2017 से आज 8 जनवरी तक सफलतापूर्वक आयोजित किया गया जिसका आज समापन किया गया.
इस अवसर पर उन्होंने वरिष्ठ प्राचार्य डॉ नीलिमा प्रकाश, इंदु कौशिक, प्रधानाचार्या रेनू वर्मा, सुरेन्द्र बवेजा,अरुणा ,पूनम घावरी, कोओर्डिनेटर दिनेश आर्या, राज वर्मा, ममता श्रीधर, पूनम बाला, अनीता वाधवा, परवीन गहलोत सहित सभी बच्चों का शिविर में सहयोग के लिए धन्यवाद किया.
इससे पूर्व समापन कार्यक्रम के दौरान लायन डी बी तनेजा व श्रीमती तनेजा , एन के आनंद, लायन अनिल बदहवा, लायन अशोक सोमन , लायन बी के बहल, लायन के एस ढाका, लायन सुनील सिंगला, लायन एच एल डांग, लायन ए सी गोयल एवं श्रीमती गोयल , डॉ. अजय अरोरा एवं लायन राजेश जैसवाल ने शिविर के प्रतिभागी सभी बच्चों को उनके परफॉरमेंस एवम पार्टिसिपेशन के लिए मोमेंटो प्रदान कर पुरस्कृत किया.
आज शिविर में भाग लेकर उत्कृष्ट प्रशिक्षण प्राप्त कर पुरस्कृत होने वाले कुल 51 बच्चों में लायंस पब्लिक स्कूल सेक्टर 10 ए के कक्षा ग्यारहवीं बी के वीरेंदर यादव, कपिल यादव, सौरभ सैनी, इशिका बत्रा, रोहन मेहता, चिराग डागर, एवं वैभव रहे जबकि कक्षा ग्यारहवीं सी के याशिका चौहान, अख्गिल शर्मा, रितिका तिवारी, गौरभ सरोहा, मीनाक्षी यादव, अभिनय खत्री, सोनाली जादोन, मुकुल सिंह, शिवम् कौशिक, समर प्रताप संघ, रितेश श्रीधर, युकेत भारीजा, अनंदु गोपाल, कार्तिक कौशिक, अन्वेषक परासर, निखिल भल्ला, शिवम् कुमार, विकास यादव, अभिषेक शर्मा, कृतिका डे, प्रियंका यादव, आशुतोष सिंह, निकुंज परमार, मिहिर मल्होत्रा, दया शंकर, शुभम सोनी, हृतिक यादव, आदित्य जादोन, तरुण कौशिक, सिद्दार्थ कुमार, पुनीत यादव, सुघंधी,शुभम कुमार उपाध्याय, हरीश सिवान, चिराग अरोरा, दिव्या शर्मा, श्रृष्टि उजिंवाल, तितिका बतला, मुस्कान वीर, ग्रंथिका शर्मा, वंशिका यादव, वाणी, जयंतिका भारद्वाज, रितिका यादव, एवं रोहित सिंह शामिल थे.
इस अवसर पर मौजूद कार्यक्रम अधिकारी किरण बाला के साथ लक्ष्मण सहरावत, बलराम यादव तथा परवीन डागर ने भी शिविर में पूरा सहयोग दिया।