सुभाष चौधरी
नई दिल्ली।
गृह मंत्री ने आईवीएफआरटी के महत्व के बारे में कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय परियोजना मिशन मोड में लागू कर रहा है। उन्होंने कहा कि वैध अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों को देश में आने के लिए सुगम आगमन व्यवस्था में सहायता देने की आवश्यकता है। हमें भारत में ठहरे विदेशी लोगों को तेज और बाधा रहित तरीके से सभी वीजा संबंधी तथा कौनसुलर सेवाएं देनी चाहिए।
राजनाथ सिंह ने कहा कि आप्रवासन सहायता में हमें सुरक्षा पहलुओं को ध्यान में रखना होगा। साथ-साथ देश में पहले से मौजूद विदेशी लोगों की आवाजाही पर नजर रखनी होगी।
उन्होंने कहा कि विदेशियों के लिए ई-वीजा योजना बहुत लोकप्रिय हुई है। 2015 में 5,17,417 ई-वीजा जारी किए गए थे, जो 2017 में बढ़कर 19,01,309 हो गया। इस वर्ष 5 जुलाई तक 11,16,985 ई-वीजा जारी किए गए हैं।
गृह मंत्री ने कहा कि इस योजना से यह सुनिश्चित हुआ है कि विदेशी लोगों को निश्चित स्थान पर आगमन से पहले किसी भारतीय अधिकारी से मुलाकात नहीं करनी होगी। गृह मंत्रालय ने इस योजना के दायरे को बढ़ा कर इसमें ई-कांफ्रेंस तथा ई-मेडीकल अटेंडेंट वीजा को शामिल करने का निर्णय लिया है।
ई-वीजा योजना के भविष्य के बारे में श्री सिंह ने कहा कि आशा है कि कुछ वर्षों में गृह मंत्रालय के आप्रवासन ब्यूरो द्वारा जारी ई-वीजा की संख्या विदेश स्थित सभी भारतीय मिशनों द्वारा जारी नियमित वीजा की संख्या से अधिक हो जाएगी।
उन्होंने कहा कि हम प्रमुख हवाई अड्डों पर आगमन और प्रस्थान काउंटरों की संख्या बढ़ा रहे हैं। आप्रवासन ब्यूरों को आप्रवासन प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए मानव संसाधन उपलब्ध करा रहे हैं।
आईवीएफआरटी परियोजना विदेश स्थित 165 मिशनों तथा 91 आप्रवासन चेक पोस्टों पर लागू की गई है और दिए गए समय के अंदर 132 भारतीय मिशनों में बायोमैट्रिक्स सॉफ्टवेयर लगाए गए हैं।
27 नवंबर, 2014 को सरकार ने 44 देशों में ई-टूरिस्ट वीजा योजना लांच की। यह ई-वीजा सुविधा बढ़ाकर 165 देशों में कर दी गई है। सरकार ने 25 हवाई अड्डों तथा पांच बंदरगाह पर ई-वीजा प्रोसेसिंग सुविधा स्थापित की है। गृह मंत्रालय अब सभी हितधारकों से विचार-विमर्श के बाद और अधिक देशों में ई-वीजा के विस्तार पर काम कर रहा है।
ई-वीजा योजना के विस्तार का उद्देश्य पर्यटन, कारोबारी यात्रा तथा स्वास्थ्य पर्यटन को प्रोत्साहित करना है। ई-वीजा योजना लागू होने के बाद 90 प्रतिशत वीजा आवेदन प्रस्तुत करने के 72 घंटों के अंदर जारी किए जा रहे हैं। सरकार भारतीय नागरिकों तथा विदेशियों के लिए आरोहण अवरोहण कार्ड को समाप्त कर दिया है ताकि आप्रवासन प्रक्रिया को व्यवस्थित बनाया जा सके।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने भारत में ठहरे उन विदेशी नागरिकों के लिए ई-एफआरआरओ सेवा लागू की है जिन्हें वीजा विस्तार, वीजा परिवर्तन, बाह्य परमिट, पंजीकरण, पासपोर्ट विवरण में परिवर्तन और पते में परिवर्तन जैसी सेवाओं की जरूरत है।
गृह मंत्रालय से संबद्ध संसदीय सलाहकार समिति की बैठक में गृह राज्य मंत्री श्री हंस राज अहीर, गृह सचिव श्री राजीव गाबा, संसद सदस्य तथा भारत सरकार के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।