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चण्डीगढ़, 11 जून । हरियाणा में समेकित वित्तीय प्रबन्धन प्रणाली (आईएफएमएस) के क्रियान्वयन होने से सभी ट्रेजरी ऑनलाइन हो गई हैं। इसके साथ ही वॉउचरों का डिजिटाइजेशन (डिजिटल सिग्नेचर) आरम्भ करने वाला हरियाणा देश का पहला राज्य बन गया हैं।
एक सरकारी प्रवक्ता ने यह जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश में अब सभी प्रकार की राज्य प्राप्तियां और अदायगियां आईएफएमएस के तहत ई-ग्रास और ई-बिलिंग के माध्यम से की जा रही हैं। अब तक 2.28 करोड़ रिसीप्त ट्रांजेक्शन में 1.95 लाख करोड़ रुपये की प्राप्तियां और 91.02 लाख पेमेंट ट्रांजेक्शन में 3.43 लाख करोड़ रुपये की अदायगियां इलेक्ट्रोनिक्स मोड से की गई हैं।
प्रिंट मीडिया की कुछ खबर के सम्बन्ध में उन्होंने बताया कि हरियाणा टे्रेजरी के सर्वर में तकनीकी खराबी के कारण कर्मचारियों को वेतन की अदायगी करने में देरी हुई है। इस सम्बन्ध में स्पष्ट किया जाता है कि कर्मचारियों को समय पर वेतन की अदायगी की गई है। ट्रेजरी में कम्प्यूटर्स की तकनीकी खराबी को छोडक़र वेतन अदायगी में किसी भी प्रकार की देरी नहीं होती है।
सरकार द्वारा ऑनलाइन प्रणाली को और अधिक सुदृढ़ करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। जैसा कि पहले ही कहा जा चुका है कि सरकारी कर्मचारियों को वेतन की अदायगियां करने में कोई देरी नहीं होती है और मई 2018 मास के वेतन के रूप में 1269.56 करोड़ की राशि 2.64 लाख कर्मचारियों को जारी की गई।