अब विकास कार्यो में नहीं होगा गुणवत्ता से समझौता : डीसी

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विकास कार्यो में पारदार्शिता के लिए उपायुक्त ने किया विजिलैंस कमेटी का गठन

यूनुस अलवी

मेवात , 02 फरवरी : जिला में कराए जा रहें विकास कार्यो तथा पूर्ण हो चूके विकास कार्यो में पारदार्शिता और गुणवता के लिए उपायुक्त अशोक शर्मा ने जिला में एक विजिलैंस कमेटी का गठन किया है। विजिलैंस कमेटी में सभी उपमंडलों के एसडीएम व सीटीएम को शामिल किया गया है।

उपायुक्त ने बताया कि विजिलैंस कमेटी में प्रशासनिक व तकनीकि अधिकारियों को शामिल किया गया है जिससे तकनीकि एक्सीयन व एसडीओ को शामिल किया गया है। कमेटी में प्रत्येक तकनीकि विभाग के अधिकारी जैसे पीडब्ल्यूडी एण्ड बीएंडआर, पंचायती राज, एचएसएएमबी, पब्लिक हैल्थ, सिंचाई विभाग, आदि के तकनीकि अधिकारियों को शामिल किया गया है। उपायुक्त ने बताया कि यह कमेटी जिला में चल रहे प्रत्येक निर्माण कार्यो की जांच करेगी तथा तकनीकी विभाग की टीम सैम्पलिंग करेगी तथा प्रशासनिक अधिकारी उस फाइनल रिपोर्ट को उपायुक्त के सम्मुख प्रस्तुत करेगें, जिसमें लापहरवाही पाए जाने पर दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।

श्री शर्मा ने बताया कि माननीय मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के दिशा-निर्देशानुसार गुणवत्ता पूर्वक कार्य व पारदर्शिता पूर्ण व्यवस्था को मजबूत करने के लिए इस कमेटी का गठन किया गया है। इस कमेटी के गठन के बाद सभी की जिम्मेदारी बढ़ जाएगी जिस भी विभाग या गांव या कोई अधिकारी या ठेकेदार अब अपनी मनमानी चला कर गलत कार्य नही कर सकेगें। मानको के अनुसार ही विकास कार्यो पर पैसा खर्च किया जाएगा तथा अनियमियता पाए जाने पर सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी।

श्री अशोक शर्मा ने बताया कि तकनीकि अधिकारी जिस विभाग से संबंधित निर्माण कार्य या विकास कार्य चल रहा है, या पूर्ण हो चूका है उसकी जांच या सैम्पलिंग नही कर सकते। इसके लिए दूसरे विभाग के तकनीकि अधिकारियों को ही यह अधिकार रहेगा तथा प्रशासनिक अधिकारियों की भी यह जिम्मेवारी रहेगी की कोई भी सम्बन्धित विभाग का अधिकारी स्वंय की जांच या विभाग जांच प्रकिया में शामिल न हो।

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