महावीर इंटरनेशनल संस्था को शिक्षा व स्वास्थ्य के क्षेत्र में सराहनीय कार्य के लिए मिला सम्मान

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शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने गणतंत्र दिवस पर किया सम्मानित 

अलग-अलग स्थानों पर सात स्कूल चलाये जा रही है संस्था 

900 बच्चे कर रहें हैं शिक्षा ग्रहण 

संस्था के अध्यक्ष अभय जैन सभी पदाधिकारियों किया सम्मान ग्रहण 

 

गुरूग्राम, 27 जनवरी :  हरियाणा सरकार के शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने गणतंत्र दिवस पर महावीर इंटरनेशनल संस्था को शिक्षा, कौशल और स्वास्थ्य के क्षेत्रों में सराहनीय कार्यों के लिए सम्मानित किया गया। संस्था के अध्यक्ष अभय जैन, उपाध्यक्ष अधिवक्ता रविन्द्र जैन, उपाध्यक्ष नरेश जैन, महासचिव अशोक कुमार जैन, कोषाध्यक्ष संदीप जैन और सलाहाकार राज कुमार सालगिया ने सामूहिक रुप से प्रशंसा पत्र ग्रहण किया।

वर्तमान में महावीर इंटरनेशनल संस्था के अंतर्गत बच्चों के लिए अलग-अलग स्थानों पर सात स्कूल चलाये जा रहे हैं जिसमें लगभग 900 बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहें हैं। संस्था के द्वारा बच्चों को निःशुल्क वर्दी, स्वेटर, स्कूल बैग, किताबें, कापियाँ, पैसिंल, जूते, पानी की बोतलें, लन्च बाॅक्स आदि उपलब्ध करवाया जाता है। संस्था एक छात्र पर लगभग 6000 रूपये वार्षिक व्यय करती है।

नवजात शिशु को संक्रमण से बचाने के लिए स्वच्छ वस्त्रों के अंतर्गत एक चादर ओढ़ने की, एक चादर बिछाने की, एक कमीज, दो लंगोट, एक बिब, एक टोपी, एक बेबी साबुन पिछले सात वर्षो से लगातार सामान्य अस्पताल, सोहना, सामान्य अस्पताल, सेक्टर-10 और सामान्य अस्पताल, मेवात में निःशुल्क वितरित की जा रही हैं। सस्ंथा दिसम्बर 2017 तक लगभग 17500 बेबी किट का वितरण कर चुकी है।

संस्था द्वारा आठ सिलाई प्रशिक्षण केन्द्र का संचालन भी किया जा रहा है, जिसमें 150 महिलाएं सिलाई सीख रही हैं। पिछले 4 बैचों में लगभग 400 महिलाओं को संस्था द्वारा सिलाई प्रशिक्षण, प्रमाणपत्र और सिलाई मशीनें भी दी गई है। 20 अशिक्षित महिलाओं को पढ़ाया भी जाता है।

संस्था ने कंप्यूटर प्रशिक्षण केन्द्र भी खोला हुआ है, जहाँ 30 विधार्थी प्रशिक्षण ग्रहण कर रहे हैं।

संस्था ने वर्ष 2016 में अलग-अलग स्थानों पर 32 और वर्ष 2017 में 25 निःशुल्क नेत्र जाँच शिविर आयोजित किए है, जिसमें 16,248 रोगियों ने अपनी आंखों की जाँच करवाई। कैम्प में 15,035 रोगियों को आँखों की दवाईयां और 3718 जरूरतमंदो को चश्में निःशुल्क वितरित किए गए। 235 मरीजों को मोतियाबिंद से ग्रसित पाया गया, जिनका आॅपरेशन संस्था के दिल्ली स्थित अस्पतालों में निःशुल्क किया गया।

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