भ्रूण हत्या के गोरखधंधे में शामिल तीन आरोपी जेल भेजे गए

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: पुलिस को अभी कई और मगरमच्छों की है तलाश

यूनुस अलवी

भ्रूण हत्या के गोरखधंधे में शामिल तीन आरोपी जेल भेजे गए 2मेवात  : लिंग जांच कर भूं्रण हत्या के गोरखधंधे में संलिप्त पकडे गऐ तीन आरोपियों को जैल भेज दिया गया है। पुलिस का कहना है कि अभी जांच शुरू हुई है जल्द ही इस मामले में बडे मगरमच्छों को भी गिरफ्तार किया जाऐगा। वहीं अल्ट्रा सांउड की आड में मोटे पैसे लेकर भू्रण हत्या को बढावा देने वाली अस्पातलों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाऐगी।
 
    पुन्हाना सिटी चौकी प्रभारी जीतेंद्र ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के डिप्टी सीएमओ डाक्टर मनीश की शिकायत पर पैसे लेकर भ्रूण हत्या को बढावा देने के आरोप में सकूनत अस्पताल पुन्हाना और किरण अस्पताल पुन्हाना के चार डाक्टरों और कर्मचारियों के खिलाफ धोखाधडी, इडिय़न मेडिकल काउसिंल ऐक्ट, एम टी पी एक्ट सहित एक दर्जन धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। किरण अस्पातल के अरविंद, मोली और ओमप्रकाश सहित तीन डाक्टर और कर्मचारियों को गिरफ्तार कर है। आरोपियों को अदालत में पैश किया गया जहां सभी तीनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है। वहीं सकूनत अस्पातल में अल्ट्रासांउड करने वाले डाक्टर सहित अभी कई आरोपियों की गिरफ्तारी बाकी है। जांच अधिकारी का कहना है की भ्रूण हत्या को बढावा देने वाले किसी भी अस्पताल को बख्शा नहीं जाऐगा।

 

  किरण अस्पताल हुई बंद

 
पुन्हाना के बीसरू रोड पर स्थित किरण अस्पताल के तीन कर्मचारियों की गिरफ्तारी के बाद अस्पातल के डाकटर औरर कर्मचारी गायब हो गऐ। शुक्रवार को जब हमारी टीम ने किरण अस्पातल का दौरा किया तो दिन के करीब 12 बजे अस्पताल पर ताला लगा हुआ था। आसपास के लोगों ने बताया कि छापा पडने के बाद से अस्पताल के डाक्टर और कर्मचारी अस्पताल बंद की गायब हो गऐ हैं।

 

 पुन्हाना में फल-फूल रहा अवैध गर्भपात का धंधा:- 

 
पुन्हाना शहर में दर्जन भर से अधिक अवैध जच्चा बच्चा केन्द्र खुले हुए हैं। जिनके संचालकों पर न तो कोई डिग्री है और न ही कोई अनुमति पत्र। सूत्रों की मानें तो इन अवैध जच्चा-बच्चा केन्द्रों में खुलेआम डिलिवरी व गर्भपात किए जाते हैं। पुन्हाना शहर में कई बार मृत भू्रण तथा जिंदा बच्चे झाडिय़ों में मिल चुके हैं। हाल ही में कुछ माह पहले ब्लॉक समिति के चेयरमेन इरशाद खान को भी एक बच्ची नाजुक हालत में झाडिय़ो ंमें मिली थी। 
 

कई बार हुई छापेमारी, परंतु राजनैतिक प्रभाव व धन-बल के चलते सब कुछ फुस्स:-

 
यूं तो कई बार भू्रण के अवशेषों के मिलने की खबरों पर स्वास्थय विभाग द्वारा कई बार पुन्हाना में छापेमारी की गई। आपत्तिजनक व अवैध सामान जब्त किए गए। राजनेतिक प्रभाव या पैसों के बल पर हमेशा आरोपियों को बचाकर इस़ गौरखधंधे में आगे बढाय गया है। 
 

बदनाम है  सकूनत अस्पताल

 
 पुन्हाना में एक जच्चा बच्चा सेंटर चलाने वाली सकूनत अचानक ही एक बडे अलीशान अस्पताल की मालिक बन गई। ये दिगर बात है कि इस अस्पताल में सकूनत को बतौर एक कर्मचारी दिखा रखा है जबकि इसके पति ने कुछ दिन पहले ही अपने भाई के नाम सकूनत अस्पताल का संचालक बनाया है। फिलहाल सकूनत और उसके पति का इस अस्पातल से कोई लेना देना नहीं हैं। हमारा अधिकार मोर्चा के संगरक्षक फजरूदीन बेसर ने सकूनत अस्पताल की गहराई से जांच कराने की मांग की है। वहीं उनका आरोप है कि जिस तरीके से छापामारी में खुलासा हुआ है कि भू्रण हत्या को सकूनत अस्पताल बढावा दे रही है। लिंग जांच का केन्द्र बने शकूनत अस्पताल पर इससे पहले भी छापेमारी हो चुकी है। और गलत ऑपरेशन का आरोप भी लगे है।

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